इरेडा को आरबीआई से बुनियादी ढांचा वित्तीय कंपनी का दर्जा मिला

सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से बुनियादी ढांचा वित्तीय कंपनी (आईएफसी) का दर्जा मिला है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है। कंपनी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि आरबीआई ने इरेडा को आईएफसी का दर्जा दिया है। इससे पहले इरेडा को निवेश और क्रेडिट कंपनी (आईसीसी) के तौर पर वर्गीकृत किया गया था।
इरेडा को आईएफसी के रूप में मान्यता मिलने से निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, ब्रांड मूल्य बढ़ेगा और बाजार में सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा होगा। दरअसल, बुनियादी ढांचा वित्तीय कंपनी का दर्जा कंपनी को पूंजी जुटाने के लिए एक व्यापक निवेशक आधार तक पहुंचने में मदद करता है। आईएफसी का दर्जा मिलने से पूंजी जुटाने की दरें प्रतिस्पर्धी होंगी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) की स्थापना 11 मार्च, 1987 को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत सार्वजनिक लिमिटेड सरकारी कंपनी के रूप में की गई थी। यह नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता या संरक्षण परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता को बढ़ावा देता है। इसे विकसित करता है और विस्तारित भी करता है।