युवा इस देश की आशा की किरण हैं।
गायत्री परिवार अमेठी द्वारा जनपदीय 'युग सृजेता - युवा सम्मेलन' का हुआ आयोजन।

अमेठी। 29 मई, रविवार, जनपद के जायस में राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान के विवेकानंद ऑडिटोरियम में शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार अमेठी द्वारा जनपदीय ‘युग सृजेता – युवा सम्मेलन’ का आयोजन किया गया।
युग सृजेता – युवा सम्मेलन कार्य्रकम में शान्तिकुंज हरिद्वार के युवा प्रकोष्ठ के समन्यवक श्री आशीष सिंह मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्यनीय श्रीराम शर्मा आचार्य जी व पूज्यनीया माता जी के पुष्पार्चन व दीप प्रज्ज्वलन से हुआ तथा साथ ही स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर भी पुष्पार्चन किया गया। गायत्री परिवार अमेठी के जिला समन्वयक डॉ0 त्रिवेणी सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए गायत्री परिवार द्वारा चलाए जा रहे जनजागरण के बारे में बताया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शान्तिकुंज हरिद्वार के युवा प्रकोष्ठ के समन्यवक श्री आशीष सिंह ने युवा जागृति अभियान पर उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं उठो और जागो। विवेकानन्द, बुद्ध, महावीर, रानी लक्ष्मीबाई, वीर शिवाजी जैसे युवा अपने समय मे युवा स्थिति में जागृत होने का कार्य किया और समाज को दिशा देकर इतिहास रच दिया। श्री सिंह ने कहा कि प्राकृतिक आपदा, भ्रस्टाचार, प्रदूषण, अशिक्षा और ग़रीबी जैसी समस्याओं का निराकरण युवाओं के जागृत होने से ही सम्भव होगा। युवा इस देश की आशा की किरण हैं। उन्हने कहा कि यदि भारत को अपना अस्तित्व बनाए रखना है तो युवा बनना होगा। आज घर, समाज सब जगह लोग युवाओं का अनुकरण कर रहे हैं। युवा वह है जो भाग्य पर नहीं कर्म करने में विश्वास रखता है। वह हमेशा वर्तमान में जीते हुए भविष्य की सोचता है। युवाओं को समस्याओं से भागना नहीं चाहिए बल्कि प्रयत्न करके उसका समाधान निकालना चाहिए। युवाओं का आदर्श स्वयँ को आदर्श बनाने का होना चाहिए। युवावों को उपासना, साधना और आराधना का सूत्र अपनाना चाहिए।
श्रावस्ती से आए पवित्र सक्सेना ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा की गायत्री परिवार द्वारा युवा मंडलों का गठन कर उन्हें राष्ट्र निर्माण में सक्रिय किया जा रहा है।
सुल्तानपुर के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ0 सुधाकर सिंह ने हमारे रचनात्मक अभियान विषय पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुदेव से जुड़ने के लिए समय दान करना आवश्यक है। पीड़ा निवारण और नशा निवारण समाज युग निर्माण के प्रमुख माध्यम हैं। हर घर और विद्यालयों में वेदों की स्थापना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को वृक्षारोपण करना है जिससे पर्यावरण सुरक्षा और संवर्धन किया जा सके।
कार्यक्रम में डॉ0 त्रिवेणी सिंह, श्री कैलाश तिवारी, श्री समीर रंजन सिंह, सहित हजारों युवा तथा माता गायत्री के भक्त आडिटोरियम में उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम का सफल संचालन अमेठी गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ0 प्रवीण सिंह ‘दीपक’ ने किया। कार्यक्रम के अंत मे समीर रंजन सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।