माध्यमिक शिक्षा विभाग में भर्ती मामले में 15 वर्षों पर योगी सरकार भारी
- 2017-22 के बीच माध्यमिक शिक्षा विभाग में 40 हजार 402 पदों पर हुई भर्ती
- -2003- 17 के बीच सपा-बसपा शासनकाल में हुई थी कुल 33 हजार 574 पदों पर भर्ती
लखनऊ। योगी सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए और शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। योगी सरकार का दावा है कि पिछले पांच वर्षों में 2017 से 2022 के बीच माध्यमिक शिक्षा विभाग में 40 हजार 402 पदों पर भर्ती की है। वहीं 2003 से 2017 के बीच सपा-बसपा के शासनकाल में महज 33 हजार 574 पदों पर ही भर्ती हो पाई थी।
प्रदेश सरकार ने पिछले पांच वर्षों में माध्यमिक विद्यालयों में 40 हजार 402 पदों पर भर्ती की है। माध्यमिक विद्यालयों में कुल 33 हजार 488 सहायक अध्यापकों का चयन हुआ है। इसमें राजकीय विद्यालयों में 6,191 और एडेड में 27,297 सहायक अध्यापकों को चयन हुआ। इसके साथ ही 6070 प्रवक्ताओं के पद पर भी चयन किया गया। इसमें राजकीय विद्यालयों में 749 और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 5321 पदों पर चयन किया गया। इसके अलावा 844 प्रधानाचार्य के पद पर भर्ती हुआ। इसमें राजकीय विद्यालय में 61 और सहायता प्राप्त विद्यालयों में 783 पदों पर चयन किया गया। 2003 से 2017 के बीच 15 वर्षों में सपा-बसपा के शासनकाल में कुल 33 हजार 574 पदों पर ही भर्ती हो पाई थी।
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार ने माध्यमिक विद्यालयों में 7540 नए पदों का सृजन भी किया। इसके साथ ही प्रदेश सरकार सेवानिवृत्त अध्यापकों को मानदेय के आधार पर शिक्षण व्यवस्था से जोड़ा। योगी सरकार का पहले कार्यकाल से ही प्रयास रहा है कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए और शिक्षकों की कमी न रहे, जबकि पहले की सरकारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।