योगी सरकार ने श्रमिक परिवार की 769 कन्याओं के बसाए घर
- श्रम कल्याण परिषद की ज्योतिबा फुले श्रमिक कन्यादान योजना गरीबों का बनी सहारा
- योजना के माध्यम से गरीबों को पांच साल में एक करोड़ 44 लाख रुपये का मिला अनुदान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में गरीब एवं मजदूरों की बेटियों की शादी कराने के साथ उनके जीवन को निखारने का काम कर रही है। विगत पांच वर्षों में श्रम कल्याण परिषद की ज्योतिबा फुले श्रमिक कन्यादान योजना गरीब बेटियों के लिए वरदान बनी है। योजना से अब तक 769 श्रमिकों की बेटियों की शादी कराई जा चुकी है। सुखी और दाम्पत्य जीवन मिलने से गरीब बेटियों के घरों में खुशियां फैली हैं। शादी कराने के लिए गरीब परिवारों को सरकार एक करोड़ 44 लाख रुपये का अनुदान दे चुकी है।
उप्र के गरीब और श्रमिकों के लिए प्रदेश सरकार लगातार अभूतपूर्व कार्य कर रही है। सत्ता में आने के बाद से ही योगी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी कराने की चिंता की। इसके लिए ज्योतिबा फुले श्रमिक कन्यादान योजना से लाभ देने की शुरुआत की गई। गरीब बेटियों को उनकी शादी के लिए 51 हजार रुपये अनुदान के रूप में दिये गये। सरकार की ओर से दी जा रही आर्थिक मदद से श्रमिक परिवारों को अब अपनी बेटियों की शादी कराने के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ रहा है। सरकार उनकी जिम्मेदारी को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है।
उल्लेखनीय है कि गरीब बेटियों की जिंदगी में खुशियां बिखेरने का काम करने वाली योगी सरकार 2017-18 में 240 लाभार्थियों को 36 लाख रुपये, 2018-19 में 164 लाभार्थियों को 24.60 लाख, 2019-20 में 154 लाभार्थियों को 23.10 लाख रुपये, 2020-21 में 74 लाभार्थियों को 11.10 लाख रुपये और 2021-22 में 137 लाभार्थियों को 50 लाख रुपये का अनुदान दे चुकी है। सरकार की मंशा गरीबों को सम्मान दिलाने के साथ उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। साथ ही उनकी आर्थिक मदद करके उनको परेशानियों से छुटकारा दिलाना भी है।