बसपा पर टिप्पणी करने से पहले राहुल गांधी को 100 बार सोचना चाहिए: मायावती
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हमने मायावती जी से गठबंधन की बात की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मायावती ने कहा कि राहुल गांधी ने बसपा पर भाजपा से डरने के आरोप लगाया और उन्होंने हमसे गठबंधन के बारे में पूछा और मुझे सीएम पद की पेशकश की और मैंने कोई जवाब नहीं दिया, यह पूरी तरह से गलत है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी दलितों और बसपा के प्रति उनकी हीन भावना और द्वेष को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपना रास्ता खुद नहीं सुधार सकती और न ही अपना घर ठीक कर सकती है, लेकिन हमारे मामलों में दखल दे रही है। बसपा पर टिप्पणी करने से पहले कांग्रेस और राहुल गांधी को 100 बार सोचना चाहिए। बीजेपी और आरएसएस भारत को न केवल ‘कांग्रेस-मुक्त’ बना रहे हैं, बल्कि ‘विपक्ष-मुक्त’ भी बना रहे हैं, जहां भारत के पास राष्ट्रीय से लेकर ग्रामीण स्तर तक चीन की राजनीतिक व्यवस्था की तरह सिर्फ एक प्रमुख पार्टी रह जाएगी।
We are not a party where a leader like Rahul Gandhi forcefully hugs the PM in Parliament, we aren't a party whose fun is made across the world: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/w218T7J4u9
— ANI (@ANI) April 10, 2022
मायावती ने कहा कि हम ऐसी पार्टी नहीं हैं, जहां राहुल गांधी जैसा नेता जबरन संसद में पीएम को गले लगाता है, हम ऐसी पार्टी नहीं हैं, जिसका दुनियाभर में मजाक उड़ाया जाता है। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि मायावती जी ने चुनाव नहीं लड़ा, हमने उन्हें गठबंधन बनाने का संदेश दिया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कांशीराम जी ने यूपी में दलितों की आवाज उठाई, हालांकि इससे कांग्रेस पर असर पड़ा। इस बार वो दलितों की आवाज के लिए नहीं लड़ीं क्योंकि सीबीआई, ईडी और पेगासस है।