सिक्योरिटी गार्ड साबिर हत्याकांड : लखनऊ व रायबरेली पुलिस को चकमा देकर हत्यारोपी ने किया समर्पण
साबिर हत्याकांड में शामिल सूत्रधार की पत्नी व एक अन्य गिरफ्तार, वारदात में शामिल बेटे, भतीजे व चालक की तलाश

लखनऊ: रायबरेली के रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड साबिर (35) की हत्या के मुख्य सूत्रधार मुन्ना ने हसनगंज व रायबरेली पुलिस को चकमा देकर मंगलवार को कोर्ट में समर्पण कर दिया। हत्यारोपी मुन्ना ने बेटे, भतीजे व अन्य के साथ मिलकर साबिर की हत्या की थी। हत्याकांड का खाका मुन्ना ने पत्नी व बेटे के साथ मिलकर तैयार किया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी की पत्नी शबाना और दोस्त माे. राशिद उर्फ शाबान को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस वारदात में शामिल तीन अन्य की तलाश कर रही है।
इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात मदेयगंज इलाके में साबिर की धारदार हथियार से कई वार कर हत्या की गई थी। हत्या के बाद आरोपियों ने उसका शव शिवनगर ढाल के सामने खाली प्लॉट में फेंक दिया था। मदेयगंज पुलिस ने मृतक के भाई जाबिर की तहरीर पर रायबरेली निवासी मुन्ना घोसी, मकान मालिक सईद व दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। आरोप है कि मुन्ना ने बेटे पप्पू की हत्या का बदला लेने के लिए साबिर की हत्या की है। पुलिस ने हत्याकांड में शनिवार को सईद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
इंस्पेक्टर ने बताया कि हत्यारोपी मुन्ना, बेटे शादाब व पत्नी शबाना 2017 में बेटे पप्पू की हत्या का बदला लेने की फिराक में थे। उन्हें मालूम था कि 27 जून को साबिर की कोर्ट में पेशी है। उसके पहले ही पति-पत्नी ने साबिर की हत्या खाका तैयार कर लिया था। साजिश में साबिर के दोस्त मोहम्मद राशिद निवासी चमनगंज कानपुर हालपता किला बाजार को शामिल किया। साबिर को लखनऊ मदेयगंज में रहने वाले सईद के घर पहुंचाने के लिए 4 लाख रुपये देने का वादा किया। इसके अलावा टुकड़ों में करीब 10 हजार रुपये शबाना ने दिए थे।
27 जून की रात साबिर को राशिद ने मुन्ना से समौझाता कराने की बात कही। उसे बताया कि लखनऊ में समझौता किया जाएगा। राशिद के कहने पर साबिर राजी हो गया। शुक्रवार रात साबिर स्टेशन पहुंचा। जिसके बाद राशिद कार चालक अनिल के साथ उसे स्टेशन से लेकर सईद के घर लाया था। सईद के घर में मुन्ना, उसका बेटा शादाब, भतीजा नसीम पहले से मौजूद थे। सभी ने मिलकर चापड़, फावड़े, हथौड़ी से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी थी।
जेल में हुई थी राशिद व साबिर की दोस्ती
इंस्पेक्टर ने बताया कि राशिद 2019 में गैर इरादतन हत्या में रायबरेली से जेल गया था। वहां पहले से साबिर बंद था। वहीं पर दोनों की दोस्ती हुई थी। राशिद पूर्व में मुन्ना के भतीजे नसीम की दुकान में काम करता था। नसीम को पता चल गया था कि साबिर और राशिद के बीच दोस्ती हो चुकी है। जेल से रिहा होने पर नसीम ने राशिद की मुलाकात मुन्ना की पत्नी शबाना से करायी थी।