रौजागांव चीनी मिल प्रबंधन की मनमानी से गन्ना किसानों का गन्ना बुवाई से हुआ मोह भंग

रुदौली। अयोध्या – रौजागांव चीनी मिल प्रबंधन गन्ना पेराई सत्र 2021-22 के सम्पूर्ण मूल्य के भुगतान कर अपनी पीठ थपथपा रही है। जबकि दूसरी ओर चीनी मिल द्वारा की जा रही अनिश्चितत कालीन घटतौली व जबरन कोराजिन दवा के नाम पर किये जा रहे शोषण से किसानों का गन्ने की फसल बोने से मोह भंग होता जा रहा है।
किसान दुर्गा प्रसाद बताते हैं कि रौजागांव चीनी मिल महाप्रबंधक रहे मधुकर मिश्र किसानों से सीधे रूबरू हुआ करते थे। मौजूदा समय में चीनी मिल के अधिकारी अपने को उप गन्ना प्रबंधक बताने वाले अजित राय के इशारे पर कार्य कर रहे है। किसान राजाराम कहते हैं कि मिल मे किसानों की समस्या सुनने वाला कोई नही है।
वह बताते हैं कि गन्ना बीज व कोराजिन दवा के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। किसान अशोक बतातें हैं कि अजित राय की मनमानी से किसान बहोत परेशान हैं। पिछले एक डेढ़ दशक से रौजागांव चीनी मिल मे तैनात अजित राय की शिकायत करने पर किसानों के गन्ने का सर्वे नहीं किया जाता है।
यही कारण है कि अब किसान गन्ने की फसल की बुवाई न कर दलहनी फसलों की तरफ रूख कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में रौजागांव चीनी मिल के प्रबंधक निष्काम गुप्ता से बात करने का प्रयास किया गया परन्तु उनका फोन नहीं उठा।