बुजुर्गों की मदद के लिए प्रंकित ने बनाया रोबोट

- लखनऊ में हुई है स्कूलिंग
- फिलहाल लंदन मेंकर रहे रोबोटिक इंजीनियरिंग
- मेंटल डिसएबल्ड लोगों को देखकर बनाया रोबोट
लखनऊ। लंदन में रह रहे लखनऊ के छात्र डॉ. प्रंकित गुप्ता ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो अकेले रह रहे लोगों को घर के काम में मदद करेगा। जैसे खाना बनाने या घर की सफाई करने में। यह न केवल काम में मदद करेगा बल्कि अपने मां-बाप या किसी सगे की देखभाल करने में भी यह कम्यूटर सहायता करेगा।
प्रंकित ने लंदन की ब्रिस्टेल यूनिवर्सटी से एमएससी किया और यूनिवर्सटी ऑफ वेस्टलैंड से रोबोटिक इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे हैं । वे प्रोफेसर प्रमिंडा सेलेब सोली के सुपरविजन में रोबोटिक मशीन पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने रोबोट का नाम मशीन लर्निंग एण्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का नाम दिया है।
लंदन से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि यहां अकेले रह रहे बुजुर्गों को अपनी देखभाल के लिए प्रोफेशनल लोगों की सहायता लेनी पड़ती है, जो अपने काम का पैसा लेते हैं। प्रंकित ने इसी दिक्कत से प्रेरणा लेकर एक ऐसे कम्यूटर बनाने की कल्पना की जो अकेले रह रहे लोगों की मदद करे।
ऐसे लोग अमूमन मेंटल डिसएबल्ड होते हैं। ऐसे लोग अपना काम करते -करते भूल जाते हैं कि उन्हें क्या काम करना है। वह बताते हैं कि इसके लिए कई प्रोफेशनल केअर टेकर लोगों से बात भी की, कि वह कैसे इन बुजुर्गों की मदद करते हैं।
सेंसर पर काम करता है रोबोट
उन्होंने बताया कि यह रोबोट सेंसर पर काम करता है। इसमें पूरे घर में सेंसर लगा दिए जाते हैं जो व्यक्ति की हर पोजीशन को बताते हैं। इसके अलावा इससे जुड़ा कम्प्यूटर ऐसे लोगों की दिनभर की रिपोर्ट तैयार करता है।
दूर से ही कोई अपने सगे की ले सकता है जानकारी
प्रंकित बताते हैं कि यह रिपोर्ट उस व्यक्ति के सगे-सम्बंधी को भेजी जाती है जिसको देने की इजाजत मिली होती है। इस तरह से उसका सम्बंधी दूर अपने घर में बैठे -बैठे अपने किसी सगे की जानकारी भी कर सकता है और समय-समय पर उसके पास जाकर मदद भी कर सकता है।
भविष्य में इसे बाजार में उतारेंगे
प्रंकित बताते हैं कि अभी इसमें काम बाकी है। इसे दूसरी यूनिवर्सिटीज के सामने भी प्रदर्शित करना है। उनके सुझावों को भी जानना है। वह आगे बताते हैं कि भविष्य में इसको बाजार मेें भी उतारने की योजना है। वह बताते हैं कि भारत में अब कई बुजुर्ग दम्पतियों को अकेले रहना पड़ रहा है, ऐसे में यह रोबोट उनकी बहुत सहायता कर सकता है। प्रंकित गुप्ता लखनऊ के रहने वाले हैं । यहीं के सिटी मांटेसिरी स्कूल व लामार्टीनियर स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है। स्कूलिंग के बाद ही वह लंदन चले गए थे, लेकिन आज भी इस शहर की यादें उनसे जुड़ी हैं।