उत्तर प्रदेश में 13 उद्यमियों को दिये गये माइक्रोबिवरी लाइसेंस
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के होटलों में बीयर की बढ़ती मांग को लेकर आबकारी विभाग ने 13 उद्यमियों को माइक्रोबिवरी का लाइसेंस जारी किया है। किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए माइक्रोबिवरी में ‘जौ’ का उपयोग होता है, उसके प्रभाव को भी बढ़ाया गया है। प्रदेश में कानपुर, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, मुरादाबाद एवं बरेली में होटलों में रूकने वाले लोगों के बीच बीयर की मांग बढ़ी है और इससे होटल व्यवसाय से जुड़े उद्यमी अब माइक्रोबिवरी के लाइसेंस के लिए आगे आये हैं। बीयर के उपभोक्ताओं को ताजा बीयर उपलब्ध कराये जाने की नई योजना ने सफलता पूर्वक शुरूआत की है। शासन की पहल पर माइक्रोबिवरी की स्थापना करने का निर्णय लिया गया, जो बड़ा स्वरूप ले चुका है।
आबकारी विभाग की मानें तो माइक्रोबिवरी की स्थापना से लगभग अभी तक तेरह करोड़ तक निवेश प्राप्त हुआ है। इसके साथ में 130 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं। आने वाले वक्त में माइक्रोबिवरी से होटल एवं पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा एवं राजस्व में भी वृद्धि होगी। विगत पांच वर्षों में बीयर के उपभोग में उतरोत्तर वृद्धि को देखते हुए प्रदेश में लगभग 20.50 लाख हेली उत्पादन क्षमता की कुल पांच नई र्ब्युरीज की स्थापना की गई। जिसमें 350 करोड़ रूपये के निवेश के साथ लगभग 450 युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिले हैं।