काशी की तर्ज पर जल्द होगा कानपुर के बाबा आनंदेश्वर धाम का कायाकल्प: सत्यदेव पचौरी

- परमट स्थित बाबा आनंदेश्वर धाम व गंगा तट का भाजपा सांसद ने किया निरीक्षण
- अब भक्तों को सहजता से हो सकेंगे बाबा के दर्शन, प्रवेश के लिए बनेंगे मुख्य द्वार
कानपुर। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कानपुर के संसदीय क्षेत्र को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाने के लिए चयनित किए जाने के निर्णय से स्थानीय जनता प्रफुल्लित है। इसके साथ कानपुर नगर के चतुर्मुखी विकास के सपने को सजाते हुए वार्ड-42 परमट स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत विकसित किया जाएगा। इसके अंतर्गत आने वाले प्राचीन आनन्देश्वर शिव मंदिर का कायाक्लप वाणारसी के काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की तर्ज पर किया जाएगा। कॉरीडोर के तहत होने वाले निर्माण को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद सत्यदेव पचौरी ने जायजा लिया।
सांसद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध जन, गण, मन की आस्था का केंद्र बिंदु कहे जाने वाले प्राचीनतम बाबा आनन्देश्वर महाराज जी धाम का भव्य मन्दिर स्थापित है। जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं। इसे छोटी काशी के रूप में भी जाना जाता है। अब यहां पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दिव्य एवं भव्य बनाए जाने की आवश्यकता है। इसी क्रम में काशी में स्थित बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर आनंदेश्वर धाम के आसपास विकास की गंगा बहाने के लिए कमिश्नर द्वारा निरीक्षण कर विकास के खाके अवलोकन किये जा चुका है। आज उनके द्वारा भी निरीक्षण कर क्षेत्रीय पार्षद, क्षेत्रीय नागरिकों व दुकानदारों से भी मुलाकात कर वार्ता की।
सांसद ने मीडिया को बताया कि वे खुद भी बाबा के भक्त है और दर्शन करते समय इस समस्याओं को बतौर भक्त महसूस भी करते है, इसलिए बाबा आनदेश्वर जी महाराज की प्रेरणा से उनके मन में ये ख्याल आया कि काशी की ही भांति परमट धाम का कायाकल्प होना चाहिए। उन्होंने कहा कि परमट स्थित बाबा के धाम में आवागमन के लिए एक ही मार्ग उपलब्ध है, जिसके अत्यंत सकरा रास्ता होने के कारण श्रद्धालुओं को आवागमन में अत्यधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसके दृष्टिगत आवागमन के लिए दो वैकल्पिक मार्गों के निर्माण की आवश्यकता है।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं के अनुरूप मार्गों का चौड़ीकरण, स्मार्ट पार्किंग की व्यवस्था किए जाने के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए सेल्फी पॉइंट व मां भगरथी के तट पर उनकी आरती के लिए एक विशाल आरती स्थल के साथ ही परमट वार्ड में स्थित मलिन बस्तियों के समग्र विकास किया जाना परम आवश्यक है। जिससे लाखों श्रद्धालुओं व आने वाले पर्यटकों की आस्था को उचित सम्मान मिल सकेगा। निरीक्षण के दौरान सांसद ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारयों को दिशा निर्देश देते हुए शीघ्र ही बाबा के धाम परिसर क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाकर धरातल पर अतिशीघ्र मूर्तरूप दिया जाने का खाका प्रस्तुत करने को भी निर्देश दिए है।