अमेठीउत्तर प्रदेशधर्म-आस्था

गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अट्ठाइसवें चरण में 24 घरों में यज्ञ सम्पन्न।

युगतीर्थ शांन्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत रविवार की सुबह रायपुर फुलवारी के 24 घरों में एक साथ गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के माध्यम से घरों में देव स्थापना व गंगाजली की स्थापना भी की गई। सनातन संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य से गायत्री परिवार का अभियान चल रहा है।

गायत्री शक्तिपीठ पर डॉ० त्रिवेणी सिंह ने सभी यज्ञाचार्यों का तिलक करते हुए कहा कि गायत्री परिवार एक ऐसी संस्था है जो जात-पात से ऊपर उठकर सभी के घरों में पहुंच रही है। परम् पूज्य गुरुदेव वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने नारा दिया था जाति वंश सब एक समान और उसी मंत्र को चरितार्थ करते हुए गायत्री परिवार हर जाति- वर्ग को समान भाव से एक साथ जोड़ने का अभियान चला रहा है। गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम में रायपुर फुलवारी अमेठी के इन यजमानों यजमानों में संगम सोनी,लल्लू सोनी, रती पाल सरोज, बाबा सरोज, अजय सरोज, सालिक राम चौरसिया, विजय कुमार सरोज, गोकुल सेठ, राजेश अग्रहरी, सुरेश कुमार गुप्ता, पुजारी सोनी, राम किशुन विश्वकर्मा, शांति पाण्डेय,लालजी सोनी, सन्तोष सोनी, चुन्नीलाल लाल सोनी, सुशील कुमार अग्रहरी, भूपेन्द्र सिंह, अवधेश कुमार सिंह, कुसुम सिंह, हर्ष बहादुर सिंह, राम कुमार अग्रहरी, सरिता वर्मा, राम नारायण सिंह के यहाँ यज्ञाचार्य राम शंकर पाठक, सुभाष चंद्र द्विवेदी,राम प्रकाश मिश्र, महेंद्र प्रताप मिश्र, राम देव मौर्य, सच्चिदानंद तिवारी, इन्द्र देव शर्मा, कविता शर्मा, सविता शर्मा, कोमल मिश्रा, सरिता शर्मा, राकेश कुमार मिश्र, सुनील तिवारी, महेश चंद्र, रमेश चंद्र पांडेय,मगन लाल, देवी प्रसाद, चिरौंजी लाल व अशोक कुमार ने विधिवत हवन पूजन सम्पन्न कराया।
गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने में अवधेश कुमार सिंह, पवन मिश्र, घनश्याम वर्मा आदि का सराहनीय योगदान रहा।

Lokesh Tripathi

पूरा नाम - लोकेश कुमार त्रिपाठी शिक्षा - एम०ए०, बी०एड० पत्रकारिता अनुभव - 6 वर्ष जिला संवाददाता - लाइव टुडे एवम् न्यूज़ इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल एवं हिंदी दैनिक समाचारपत्र "कर्मक्षेत्र इंडिया" उद्देश्य - लोगों को सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना। "पत्रकारिता सिर्फ़ एक शौक" इच्छा - "ख़बरी अड्डा" के माध्यम से "कलम का सच्चा सिपाही" बनना।

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button