रामलला के भाई लक्ष्मण की मूर्ति लगाने की हो रही कोशिशें
लखनऊ। लखनऊ में प्रभु रामलला के भाई लक्ष्मण की मूर्ति लगाने की कोशिशें हो रही हैं। मूर्ति लगाने के लिए नगर निगम की ओर से स्थान तय हो चुका है और बजट भी जारी हुआ है। लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया और नगर निगम के पार्षद रामकृष्ण यादव मूर्ति लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मुस्लिम धर्मगुरुओं की नाराजगी रुकावट बन रही है।
बड़ा इमामबाड़ा मार्ग पर टीले वाली मस्जिद के सामने वर्ष 2018 में नगर निगम की जमीन पर लक्ष्मण की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पार्षद रामकृष्ण यादव ने लाया और इसको लेकर सियासत शुरु हो गयी। नगर निगम के बाहर ये मुद्दा बन गया और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपने बयानों से इसमें खुब सुर्खियां बंटोरी। टीेले वाली मस्जिद के शाही इमाम मौलाना फजले मन्नान और सुन्नी पक्ष के मौलाना सुफियान निजामी ने अपने विरोध के स्वर को ऊंचा किया था, जिसकी वर्तमान स्थिति अभी भी वैसे ही है।
लखनऊ में अपनी अलग ही पहचान रखने वाले स्वर्गीय लालजी टंडन ने एक पुस्तक लिखी थी, जिसमें अंदर के पन्नों पर टीले वाली मस्जिद वाली जगह पर ही लक्ष्मण टीला होना बताया था। पुस्तक को पढ़ने वाले लोगों को यह भी बताया गया है कि लक्ष्मण टीला वाली जगह अवध में प्रभु रामलला से जुड़ी जगह है। वहीं लखनऊ का पुराना नाम लक्ष्मणपुर हैं।
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा है कि टीले वाली मस्जिद के सामने तिकोनिया पार्क जो नगर निगम की जमीन है, उस पर लक्ष्मण की मूर्ति बनाने को एक करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी हैं। ये मूर्ति 150 फुट ऊंची बननी है।
शाही इमाम मौलाना फजले मन्नान ने अपने बयान में कहा कि मस्जिद के सामने मूर्ति लगाने का विरोध है। मस्जिद के सामने मूर्ति लगाने पर नमाज करने वालों को भारी एतराज होने के बाद विरोध किया गया है। इसका कारण यह है कि मूर्ति के सामने नमाज करना जायज नहीं माना जाता है। वहीं ये क्षेत्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अंतर्गत आता है।