शाइन सिटी पर ईडी का शिकंजा, जब्त की 31.24 करोड़ की संपत्तियां
लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने रविवार को मेसर्स शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनियों की 31.24 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त कर लिया। ईडी की अब की जांच में 80.78 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला सामने आ चुका है।
ईडी ने सुल्तानपुर, झांसी, प्रतापगढ़, पिंडारा (वाराणसी), बारा (प्रयागराज) और बक्शी का तालाब (लखनऊ) में शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी प्राक्सिमा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, शाइन सिटी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और शाइन सिटी शेपर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदी गई 41.629 हेक्टेयर जमीन जब्त की है। यह कार्रवाई प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की गई। यूपी पुलिस की तरफ से अलग-अलग कंपनियों और उसके निदेशकों राशिद नसीम, आसिफ नसीम और अभिताभ कुमार श्रीवास्तव समेत अन्य के विरुद्ध दर्ज विभिन्न मुकदमों के आधार पर ईडी ने यह केस दर्ज किया था।
इससे पहले नवंबर माह में ही ईडी ने राशिद नसीम, आसिफ नसीम, अमिताभ श्रीवास्तव व मीरा श्रीवास्तव के लखनऊ व वाराणसी स्थित नौ आवासीय परिसरों और फ्लैट्स को भी जब्त किया था, जिनकी कीमत 7.03 करोड़ रुपये से अधिक है। इसी तरह 10.59 करोड़ रुपये मूल्य की 31.88 हेक्टेयर जमीन भी जब्त की गई थी।
कंपनी के अधिकारियों ने लुभावनी योजनाओं के जरिए निवेशकों को फंसाकर उनके साथ धोखाधड़ी की थी। अलग-अलग मुकदमों के आधार पर ईडी ने 80 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी से संबंधित साक्ष्यों को अपने रिकार्ड पर लिया है। कंपनी ने निवेशकों से विभिन्न अवैध योजनाओं जैसे प्रोजेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लान, बाईबैक स्कीम, बिड एंड हॉट डील, शाइन वर्सेज क्वाइन के जरिए ठगी की। इसमें मल्टी लेबल मार्केटिंग नेटवर्क का भी सहारा लिया गया।
ईडी की जांच में यह भी पता चला कि शाइन सिटी ने किसानों से बड़े आकार में जमीनें खरीदकर उसे छोटे-छोटे प्लाट्स में बांटकर बेचा। इसमें बहुत से निवेशकों को न तो प्लाट मिले और न ही उनका पैसा लौटाया गया। कंपनी ने यूपी के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल में भी जमीनों की खरीद-फरोख्त की। ईडी इन राज्यों से भी जानकारी जुटा रही है।