अखिलेश ने योगी सरकार की विकास योजनाओं पर उठाया सवाल
- विधानसभा में बजट पर चर्चा, नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा सरकार को घेरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में सोमवार को बजट पर चर्चा के दौरान सपा मुखिया और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार की विकास योजनाओं पर सवाल उठाया। बजट को उन्होंने किसानों के साथ धोखा बताया। सपा मुखिया ने सदन के बाहर भी भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार किया।
अखिलेश यादव ने अपने भाषण के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली व्यवस्था और निवेश समेत कई मुद्दों पर योगी सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि सरकार का बजट बंटवारा वाला है। यह बजट किसानों के साथ धोखा है। उन्होंने स्वास्थ्य सेक्टर में बड़े निवेश की बात की।
स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस अभियान का प्रचार खूब किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश के हर शहर में गंदगी की भरमार है। अखिलेश ने डेयरी के सेक्टर में बजट बढ़ाने को कहा। आरोप लगाया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में गायों की संख्या घट रही है, जिसके कारण दुग्ध उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
अखिलेश यादव ने प्रदेश में बिजली व्यवस्था को लेकर कहा कि पिछले पांच साल में बिजली बनाने का काम नहीं हुआ है। इसके कारण भयंकर गर्मी में लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने निवेश पर भी सवाल उठाया और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को ईज ऑफ डूइंग क्राइम कहा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश का माहौल अशांत है, जब तक शांति नहीं होगी तब तक प्रदेश का विकास नहीं होगा।
नेता प्रतिपक्ष जब प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा की हालत पर बोल रहे थे तो सत्ता पक्ष के विधायक ने उनके आस्ट्रेलिया में पढ़े होने की बात कही तो अखिलेश यादव नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि हम वहां पढ़े हैं इसलिए जो अच्छा देखा वो इम्पलीमेंट किया। आप लोग गोबर देख रहे हो तो वही इम्पलीमेंट कर रहे हो।
सदन के बाहर भी अखिलेश ने सरकार पर किया हमला
विधानसभा में बजट पर बोलने के बाद नेता प्रतिपक्ष जब सदन से बाहर निकले तो वहां भी उन्होंने योगी सरकार पर हमला बोला। पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश ने आरोप लगाया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति जाति के आधार पर हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है। आम लोगों से जुड़े मामलों पर जवाब नहीं देती है।
विधान परिषद में हंगामा
उधर विधान परिषद में सोमवार को सपा सदस्यों ने पुरानी पेंशन प्रणाली को फिर से लागू कराने की मांग की। सरकार ने जब उनकी मांग को मानने से इनकार किया तो वे हंगामा करने लगे। बाद में सभापति ने सदन की कार्यवाही को अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सपा सदस्यों ने आज विधान परिषद में वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और मुकदमे का मामला भी उठाया।
दरअसल विधानसभा चुनाव के दौरान वाराणसी में आठ मार्च को मतगणना स्थल से बाहर जा रही गाड़ियों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) बरामद किए जाने को लेकर सपा ने प्रदर्शन किया था। इसी के बाद वहां कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई थी। इस मुद्दे पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।