बरसात के दौरान शहरों में कहीं पर भी जलभराव की समस्या न हो : एके शर्मा

- नगर विकास मंत्री ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार को 122 नगर निकायों के साथ वर्चुअल संवाद कर निकायों के व्यवस्था परिवर्तन के लिए अब तक किये गये प्रयासों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों एवं शासन के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहरों की नगरीय जीवन में सुधार के लिए चार एवं 10 अप्रैल व 21 मई 2021 को जारी किये गये शासनादेशों में उल्लिखित कार्यों का शत-प्रतिशत अनुपालन किया जाए। उन्होंने प्रमुख रूप से शहरी जीवन में सुधार के लिए उपयोगी 20 मुद्दों को चिन्हित कर इन पर विशेष रूप से कार्य करने के निर्देश दिये।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि 60 दिवसीय अभियान के तहत 15 जून तक सभी नगरीय निकायों में साफ सफाई एवं सौन्दर्यीकरण के जो भी कार्य किये गये हैं, उसे आगे भी जारी रखा जाये। विशेष रूप से शहरों की साफ सफाई एवं व्यवस्था सुधार में मानवीय प्रयास के साथ मशीनों का भी भरपूर प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान शहरों में कहीं पर भी जलभराव की समस्या न हो। इसकी सतत निगरानी की जाए। सभी नाली, नालों एवं सीवर की सफाई को समयबद्ध रूप से पूरा कर इससे निकले शिल्ट को शीघ्र हटाया जाए। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी आवश्यक हो सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। ताकि साफ सफाई, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन एवं कूड़ा उठान की स्थिति में सुधार किया जा सके।
एके शर्मा ने कहा कि शहरों के समुचित विकास हेतु पॉजिटिव एवं निगेटिव दोनों प्रकार के कार्यों का विशेष ध्यान दिया जाए। ऐसे कार्यों की वेंच मार्किंग भी की जाए और प्रेरणादायक कार्यों पर बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी नगरीय निकाय अपने क्षेत्रों में बरसात के दौरान अभियान चलाकर वृक्षारोपण का कार्य करेंगे। इससे शहरी वातावरण में सुधार होगा। उन्होंने खाली जगहों पर पार्क बनाने एवं ग्रहों, नक्षत्रों पर आधारित प्लान्टेशन कराने और पार्कों का सौन्दर्यीकरण कराने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि नवनिर्मित जलाशयों, अमृत सरोवरों, पार्कों एवं वाटिका का संरक्षण एवं संवर्धन भी किया जाए। उन्होंने लिगेसी वेस्ट के साथ कूड़ा कचरा एवं गंदगी को शीघ्र ही शहर से बाहर हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने शहरों के सामुदायिक शौचालयों की साफ सफाई सुनिश्चित करने एवं व्यवस्थित रूप से संचालित हो, इस पर ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने शहर के सौन्दर्यीकरण के लिए खाली जगहों पर फूलदार, फलदार वृक्षों एवं हरी घास को लगाने की भी बात कही। बरसात में नागरिकों को पीने के पानी की असुविधा न हो। इसके लिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति पर विशेष बल दिया।