“एयरपेबैंक”, ई-मित्र के सफल कार्यान्वयन के बाद ई-गवर्नेंस परियोजनाओं पर नगरीको का जीवन सफल बनाने में बेहतर साबित हुई
लखनऊ : एयरपे ने अप्रैल 2020 में ई-मित्र के साथ भागीदारी की थीऔर तब से ऑनलाइन कलेक्शन के लिए राज्य के 100+ विभागों को अपने साथ जोड़ चुकी है। एयरपे द्वारा संचालित ई-मित्र केंद्र वित्तीय सेवाओं का विशाल गुलदस्ता उपलब्ध कराते हैं, जैसे सरकारी विभागों के लिए पेमेंट गेटवे सेवाएं, घरेलू धन हस्तांतरण, ई-मित्र कियोस्क नेटवर्क के माध्यम से एईपीएस-आधारित नकद निकासी, आदि। 24जून, 2022:भारत के एकीकृत ओमनीचैनल वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म- एयर पे पेमेंट सर्विसेस ने राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी ई-गवर्नेंस और सशक्तिकरण पहलई-मित्र को ताकतवर बनाते हुए 15 लाख से ज्यादा लेनदेन करने की बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
एयरपे महामारी फैलने के दौरान अप्रैल 2020में हीई-मित्र प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ गई थी,जिससे राजस्थान के नागरिकों का जीवन बेहतर बनाने में यह पहल सामयिकऔर प्रभावी सिद्ध हुई। ई-मित्र प्लेटफॉर्म पर एयरपे द्वारा संचालित आरंभिक परियोजनाओं में शामिल यह पहल मुख्यमंत्री कोविड राहत कोष (चीफ मिनिस्टर कोविड रिलीफ फंड) में निर्बाध रूप से सुविधा-शुल्करहित योगदान करने का सुभिदा प्रदान कर रही थी। अपनी भुगतान संग्रह प्रौद्योगिकीकी बदौलत एयरपे ने राजस्थान सरकार को राज्य के 100 से ज्यादाविभागों को ई-मित्र प्लेटफॉर्म से जोड़ने में सक्षम बनाया। इसके बाद कंपनी ने इसप्लेटफॉर्म पर अपनी सेवाओं के गुलदस्ते का विस्तार किया, जिसमें विभागों को पेमेंट गेटवे सेवाओं की पेशकश तथा ई-मित्र कियोस्क नेटवर्क के माध्यम से एईपीएस-आधारित नकद निकासी के लिए घरेलू धन हस्तांतरण जैसी कई सेवाएं शामिल हैं।
इस भागीदारी पर टिप्पणी करते हुए एयरपे के संस्थापक एवं एमडीकुणाल झुनझुनवाला ने कहा, “एयरपे में यह भागीदारी हमारे लिए खास है। यह भागेदारीएक अभूतपूर्व दौर में संपन्न हुईतथा इसने अभूतपूर्व महामारी के दौरान ही वित्तीय सेवाओं तक राज्य के नागरिकों की पहुंच बनाई। इसने सरकारी विभागों को डिजिटल-फर्स्ट वातावरण के अनुकूल बनने में भी मदद की। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत को डिजिटाइज करने की दिशा में एक भरोसेमंद भुगतान प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में अपनीक्षमता का प्रदर्शन करके इसने एक विश्वसनीय प्रभाव छोड़ा है। ई-मित्र में लागू की गई मूल प्रौद्योगिकी हमारे प्रमुख उत्पाद- एयरपे व्यापार के रूप में भी विकसित हुई। हमें अपनी टीम के प्रयासों और राजस्थान के सभी सरकारी विभागों से मिले हर तरह के समर्थन पर गर्व है। अब हम विभिन्न राज्य सरकारों कोप्रौद्योगिकी से जोड़ना चाहते हैं,ताकि वे भागीदार बननेतथा आगे बढ़ने के लिए अपनी-अपनी संबंधित ई-गवर्नेंस,सशक्तीकरण पहलों को और ज्यादाविकसित करने के अवसर प्राप्त कर सकें।”
आजएयरपे राजस्थान राज्य के सभी ई-मित्र केंद्रों को उत्पादों का विशालगुलदस्ता पेश करने के साथ ही केंद्रोंकेमालिकों और राजस्थान सरकार,दोनों के लिए बेहतर राजस्व उगाहीके दम पर सशक्त बना रही है। ई-मित्रराज्य सरकार द्वारा कई निजी संस्थाओं के साथ मिलकर एक समर्पित, पारदर्शी और व्यावहारिकतंत्र खड़ा करने के लिए एक ही छत के नीचे राज्य की 300 से ज्यादाप्रदान करने योग्य सेवाओं के बल पर समुदाय की सहायता करने हेतुशुरू की गई पहल है। इस पहल के तहत सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत खत्म करकेलोगों कोविभिन्न सरकारी विभागों से संबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ई-मित्र काउंटर या कियोस्क स्थापित किए गए हैं।
श्रीसंदेश नायक आईएएस (आयुक्त एवंसंयुक्त सचिव, आईटी एवंसंचार विभाग तथा एमडी, राज कॉम्प इंफो सर्विस लिमिटेड, राजस्थान सरकार) ने बताया, “महामारी के दौरानडिजिटल पेमेंट्स में उछाल आया। यह हर किसी के उपयोग करने लायक एक सुरक्षित, विश्वसनीय और सरल प्रणाली के माध्यम से ही संभव हो सकता था। एयरपे ने लोगों को अनेकभुगतान विकल्प उपलब्ध कराते हुए पेमेंट ट्रांसफर को आसान बनाने में व्यापकयोगदान दिया है और अपने भागीदार के रूप में एयरपे को पाकर हम बेहद खुश हैं।“
डीओआईटी एंड सी और ओआईसी- ई-मित्र के टेक्निकल डाइरेक्टर आर.के. शर्माका कहना है- “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एयरपे के साथ हुई हमारी सहभागिता के बाद सेएयरपे ने मनी ट्रांसफर सेवाओं के तहत पांच लाख से ज्यादा लेनदेन किए हैं। एयरपे द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न प्रकार की सेवाओं ने न केवल नागरिकों को सहूलियतें प्रदान की हैं, बल्कि कियोस्क धारकों के लिए राजस्व पैदा करने के अवसर भी बढ़ाए हैं।” फिलहालएयरपे भारत के549 जिलों,37 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित 5,424 गांवों के35 लाख से ज्यादाउपभोक्ताओं को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रदान करतीहै। इसके साथ-साथ कंपनीआगे चलकर अपनी वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए मध्य पूर्व और अफ्रीकी बाजारों पर नजर बनाए हुए है।