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स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने पेश की Interest only Home Loan स्कीम, सिर्फ ब्याज चुकाने की मिलेगी सुविधा

स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने आज नए और बैंक के मौजूदा ग्राहकों को होम लोन मुहैया कराने के उद्देश्य से इनोवेटिव स्कीम इंट्रेस्ट ओनली होम लोन की सुविधा शुरू करने की घोषणा की है. यह एक ऐसी सुविधा है जो पूर्ण रेजिडेंशियल प्रॉपर्टीज की खरीद के लिए प्रदान की जाती है, जहां लोन की सीमित अवधि के दौरान ग्राहक केवल प्रिंसिपल आउटस्टैंडिंग बकाया पर अर्जित ब्याज का भुगतान करेंगे, जिसे ‘इंट्रेस्ट ओनली पीरियड’ (Interest Only Period) कहा जाता है. इस ब्याज अदायगी अवधि के दौरान कोई मूलधन नहीं काटा जाएगा.

नए और पुराने ग्राहकों को मिलेगा फायदा- यह उत्पाद स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के नए और मौजूदा ग्राहकों के लिए उपलब्ध है. ग्राहक अपने मौजूदा होम लोन को किसी अन्य फाइनेंसर से स्टैंडर्ड चार्टर्ड में ट्रांसफर करने के लिए इंट्रेस्ट ओनली होम लोन सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं.

1 से 3 साल के लिए केवल ब्याज चुकाने की सुविधा

ग्राहक 1 से 3 साल तक की शुरुआती अवधि के लिए समान मासिक किस्तों (EMI) के माध्यम से केवल ब्याज रकम का भुगतान करना चुन सकते हैं. इस ब्याज-अवधि के समाप्त होने के बाद गृह ऋण सुविधा को एक सामान्य ऋण खाते की तरह माना जाएगा जहां ईएमआई में लोन की परिपक्वता तक मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होते हैं. वहीं ग्राहकों को बिना किसी पैनल्टी के अपनी पूरी किश्त पहले शुरू करने की छूट होगी.

इंट्रेस्ट ओनली होम लोन ग्राहकों को लोन की प्रारंभिक अवधि के लिए कम भुगतान करके अपने अग्रिम नकदी भुगतान को कम करने में मदद करेगा. यह पेशकश ग्राहकों को अपनी पसंद की बड़ी या बेहतर संपत्तियां खरीदने में मदद करेगी और लोन की शुरुआत में अधिक किस्त भुगतान के कारण बंधा हुआ महसूस नहीं करवाएगी.

ये उठा सकते हैं फायदा

ग्राहक 35 लाख रुपये से लेकर 3.5 करोड़ रुपये तक की लोन राशि के लिए केवल ब्याज होम लोन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. लोन के लिए वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए निर्धारित अधिकतम अवधि 30 वर्ष और सेल्फ एम्पलॉयड व्यक्तियों के लिए 25 वर्ष है.

लॉन्चिंग के मौके पर स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक इंडिया के हेड- मॉर्गेज एंड रिटेल लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी जिनेश शाह ने कहा, हम लगातार नए उत्पादों और पेशकशों को लॉन्च करने का प्रयास करते हैं जो हमारे ग्राहकों को सुविधा और अधिक लचीलापन प्रदान करते हैं. हमारा मानना है कि केवल ब्याज होम लोन इस प्रयास के अनुरूप है क्योंकि यह हमारे उन ग्राहकों को विकल्प प्रदान करते हैं जो मौजूदा परिस्थितियों का लाभ उठाना चाहते हैं और अपने लोन की प्रारंभिक अवधि के लिए अपने EMI बोझ को कम करते हैं.

रेजिडेंशियल हाउसिंग सेक्टर ने पिछले साल से गति पकड़ी है. राज्य सरकारों द्वारा घोषित स्टाम्प ड्यूटी में कटौती, कोविड-19 संबंधित प्रतिबंधों के कारण अधूरी मांग और होमलोन की ब्याज दर में कमी के कारण प्राथमिक और द्वितीयक बाजारों में खुदरा संपत्तियों की बिक्री के साथ ही साथ होम लोन में भी वृद्धि हुई है.

Saurabh Bhatt

सौरभ भट्ट पिछले दस सालों से मीडिया से जुड़े हैं। यहां से पहले टेलीग्राफ में कार्यरत थे। इन्हें कई छोटे-बड़े न्यूज़ पेपर, न्यूज़ चैनल और वेब पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क पर काम करने का अनुभव है। इनकी हिन्दी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ है। साथ ही पॉलिटिकल मुद्दों, प्रशासन और क्राइम की खबरों की अच्छी समझ रखते हैं।

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