
देहरादून। बारिश और बर्फबारी से बाधित चारधाम यात्रा मौसम साफ होने के बाद बुधवार प्रात: से सुचारू हुई हो गई। केदारनाथ धाम के लिए सोनप्रयाग से तीर्थयात्रियों के प्रस्थान के साथ ही हेलीकॉप्टर सेवा भी पुनः शुरू हो गई है। मंगलवार को खराब मौसम की वजह से केदारनाथ एवं यमुनोत्री में कुछ पड़ावों पर तीर्थयात्रियों को रुकने की सलाह दी गई थी। आज प्रात: से तीर्थयात्रियों ने सोनप्रयाग से केदारनाथ प्रस्थान शुरू कर दिया है।
बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से 24 मई शाम तक 318396, केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 24 मई शाम तक 320833, गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 24 मई तक 190482 और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 24 मई तक 139899 लोगों ने दर्शन किए हैं। 24 मई तक बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल श्रद्धालु 639229 हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री 330381 यात्री पहुंचे। 24 मई रात तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 969610 है। हेमकुंट साहिब लोकपाल कपाट खुलने की तिथि 22 मई से 24 मई देर शाम तक 8350 तीर्थ यात्री पहुंचे।
केदारनाथ में चार तीर्थयात्रियों का निधन
केदारनाथधाम में मंगलवार शाम अत्यधिक ठंड लगने और दिल का दौरा पड़ने से चार तीर्थयात्रियों का निधन हो गया। चारधाम यात्रा काल में केदारनाथ में इससे पहले ठंड लगने या अन्य बीमारियों की वजह से 30 अन्य श्रद्धालुओं का निधन हो चुका है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके शुक्ला ने दी। मृतकों में उत्तर प्रदेश के प्रताप नगर के रविन्द्र नाथ मिश्रा (56), महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले की अनिता राय सिन्धे (65), मध्य प्रदेश के मान कुंवर नागर (60) और राजस्थान के नथवाड़ा थाना क्षेत्र की लता कमावत (56) शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीके शुक्ला के मुताबिक मंगलवार को 522 तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। ओपीडी में 34471 लोगों की जांच और उपचार किया गया। उन्होंने अपील की है कि गंभीर बीमारी, डायबिटीज, हार्ट, बीपी जैसी समस्याओं से घिरे से लोग चारधाम यात्रा से परहेज करें।