उ.प्र. संस्कृत संस्थान ने वर्ष -2021 के पुरस्कारों के लिए मांगे आवेदन
- 12 जून तक ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
- 22 जून तक जरूरी संलग्नक सहित आवेदन प्रपत्र लखनऊ में संस्थान के पते पर भेजना है आवश्यक
- लखनऊ। उ.प्र. संस्कृत संस्थान की ओर से वर्ष -2021 के लिए पुरस्कारों के लिए आवदेन आमंत्रित किए गए हैं। संस्थान की वेबसाइट पर आवेदन 12 जून तक किए जा सकते हैं। इसके बाद आवेदनकर्ता के लिए कृति की हार्डकॉपी व आवश्यक संलग्नों सहित लखनऊ में संस्थान के पते पर 22 जून तक भेजना अनिवार्य होगा। इसमें विलम्ब होने पर कृति पर विचार नहीं किया जाएगा। यह जानकारी निदेशक पवन कुमार ने दी।
जानकारी हो कि संस्थान की ओर से हर साल विश्व भारती पुरस्कार, महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार और महर्षि व्यास तीन बड़े पुरस्कार दिए जाते हैं। जिनमें कि पहले की पुरस्कार राशि पांच लाख 51 हजार रुपये और बाकी की दो लाख 51 हजार रुपये है। संस्थान से महर्षि नारद पुरस्कार, विशिष्ट पुरस्कार , वेद पंडित पुरस्कार और नामित पुरस्कार भी दिए जाते हैं। इसमें पहले और दूसरे पुरस्कार की धनराशि एक लाख 51 हजार रुपये है वहीं तीसरे और चौथे पुरस्कार की राशि 51 हजार रुपये है। निदेशक से मिली जानकारी के मुताबिक उपरोक्त इन सभी पुरस्कारों के लिए आवेदनकर्ता का भारत का निवासी होना आवश्यक है।
इसके अतिरिक्त संस्थान की ओर से 21000 रुपये की धनराशि का विशेष पुरस्कार और 11000 रुपये का विविध पुरस्कार भी दिया जाता है। इन पुरस्कारों के लिए आवदेनकर्ता का उत्तर प्रदेश का निवासी होना या कम से कम 10 सालों तक इस प्रदेश में निवास किया हो। प्रत्येक पुरस्कार के लिए अलग-अलग आवेदन किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए उ.प्र. संस्कृत संस्थान की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।