पीएम किसान सम्मान: मदद छोटी, सहारा बड़ा

- प्रदेश के 2.60 करोड़ किसानों को मिल रहा लाभ
- 11 किश्तों में इनके खाते में जा चुकी है 48 हजार 311 करोड़ रुपये की राशि शीघ्र ही रिलीज होगी 12वीं किश्त
लखनऊ। देश के किसानों को जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त मिलेगी। उत्तर प्रदेश के दो करोड़ 60 लाख किसानों को भी यह राशि मिलेगी। पीएम किसान सम्मान निधि देखने में यह मदद भले छोटी हो पर प्रदेश के करोड़ों किसानों के लिए बड़ा सहारा बन चुकी है। हर फसली सीजन (रबी, खरीफ और जायद) सीजन के पहले 2000-2000 रुपये के समान किश्तों में मिलने वाली इस मदद से समय से सीजन की फसल की तैयारी (पलेवा एवं जुताई) और खाद-बीज जैसे जरूरी कृषि निवेश एकत्र करने में मदद मिल जाती है।
उल्लेखनीय है कि बेहतर उत्पादन में फसल की समय से बोआई का सबसे अधिक महत्व होता है। देर से बोआई करने पर उत्पादन तो घटता ही है। बीज भी अधिक लगता है। इसी तरह अगर पलेवा लगाकर खेत की तैयारी न की जाय तो फसल का जमता ठीक नहीं होता। इस सबका असर पैदावार और अंततः सम्बंधित किसान पर पड़ता है। इन सभी समस्याओं के समाधान का निदान इस योजना से हो रहा है।
यूपी के किसानों को सर्वाधिक लाभ
आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। आबादी का 75 फीसद हिस्सा ग्रामीण इलाकों में रहता है। इनमें से अधिकांश की आजीविका का जरिया खेती बाड़ी ही है। स्वाभाविक है कि यहां किसानों की संख्या भी सर्वाधिक है। इनमें से 90 फीसद से अधिक किसान लघु एवं सीमांत श्रेणी के हैं। ऐसे में इस तरह की मदद की सबसे अधिक दरकार भी यहां के किसानों को है और यह मिल भी रही है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के अनुसार उत्तर प्रदेश के 2.60 करोड़ किसानों को पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है। अब तक 11 किश्तों में इनके खाते में सीधे 48311 करोड़ रुपये जा चुके हैं। शीघ्र ही 12वीं किश्त भी रिलीज होगी। सरकार की योजना हर पात्र किसान को इस योजना से लाभान्वित कराने की है। यही वजह है कि जो पात्र नहीं है उनको इस योजना से छांटने और जो पात्रता के बावजूद छूट गये हैं उनको जोड़ने के लिए तीन महीने से कृषि विभाग ई- के वाई सी का अभियान भी चला रहा है।
फरवरी 2019 में योगी के गृह जनपद से पीएम ने किया था योजना को लांच
उल्लेखनीय है कि किसानों के हित के लिहाज से इस बेहद महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में उनके गृह जनपद गोरखपुर से ही की थी।