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महाकुंभ से लौट रहे नागा साधु, लौटने से पहले करते हैं ये 2 काम; जानें अब कहां जमेगा डेरा

महाकुंभ का आज 26वां दिन है, अभी इसका आयोजन 19 दिन और होना है। नागा साधुओं के तीनों अमृत स्नान पूरे हो चुके हैं। जिसके बाद नागा संतों के अखाड़े जाने की तैयारी में है। आज 7 फरवरी को कुछ अखाड़ों के नागा साधु यहां से प्रस्थान करेंगे, जबकि कुछ अखाड़े के नागा 12 फरवरी से प्रस्थान करेंगे। वहीं, कुछ अखाड़ों ने बसंत पंचमी के स्नान के बाद ही चले गए थे। नागा साधु जानें से पहले 2 काम जरूर करते हैं, आइए जानते हैं क्या…

लौटने से पहले करते हैं 2 काम

महाकुंभ में 13 जनवरी से डेरा जमाए नागा साधु बसंत पंचमी के स्नान के बाद से प्रस्थान की तैयारी में लग गए। अखाड़ों के तीनों शाही स्नान पूरे हो गए हैं, इन अखाड़ों में शाही स्नान का ही महत्व होता है, ऐसे में तीसरे और अंतिम स्नान के बाद पंच निर्वाणी अखाड़े के नागा अगले ही दिन प्रस्थान कर गए थे, अब आज जूना अखाड़े के नागा साधु यहां से प्रस्थान करेंगे, पर प्रस्थान से पहले नागा साधु परंपरा के मुताबिक कढ़ी-पकौड़ी का भोज करते हैं और अपने शिविर में लगे धर्म ध्वज की डोर भी ढीली कर देते हैं। जूना अखाड़े के संत ने बताया कि नागा कढ़ी पकौड़ी का भंडारा करते हैं, यह सदियों से परंपरा चल रही है। साथ ही धर्म ध्वज की डोर भी ढीली कर देते हैं।

अब कहां जमेगा नागा साधुओं का डेरा?

संत ने बताया कि महाशिवरात्रि निकट आ रही है, ऐसे में 13 में से 7 अखाड़े महाकुंभ से सीधे काशी विश्वनाथ जाएंगे। यहां पर वे 26 तारीख यानी महाशिवरात्रि तक अपना डेरा जमाएंगे। इसके बाद वे अपने-अपने अखाड़ों में वापस लौटेंगे। संत ने आगे बताया कि महाशिवरात्रि के मौके पर नागा बनारस में शोभायात्रा निकालेंगे, मसाने की होली खेलेंगे और गंगा स्नान करेंगे।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। Khabri addaएक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

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