व्यवसाय करने नहीं समाज सेवा और पत्रकार हितों के लिए पत्रकारिता में आया: मनोज मिश्रा
पत्रकारों पर हो रहे हमले चिंता जनक: राष्ट्रीय अध्यक्ष, आईना
- राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर होटल रेनेसा में आईना ने की बैठक
लखनऊ। गोमती नगर स्थित होटल रेंनसा में ऑल इंडिया न्यूज़पेपर एसोसिएशन, आईना के राष्ट्रीय संरक्षक तथा यूनाइटेड भारत समूह के संपादक एवं वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा के नेतृत्व में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पत्रकारों के संरक्षण एवं उनके हितों पर चर्चाएं करते हुए सभी ने अपने-अपने मत व्यक्त किये।मनोज मिश्रा ने कहा की बीस साल पहले की पत्रकारिता अगर देखी जाए तो आज की पत्रकारिता में काफी बदलाव हुआ है।
हमारी पुरानी पीढ़ी के जो वरिष्ठ जन हैं हमें उनसे शिक्षित होने की जरूरत है। उनके लेखों और समाचारों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा की वर्तमान में भी खोजी पत्रकारिता की आवश्यकता है। हमें ऐसे पत्रकारों की आवश्यकता कल भी थी आज भी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं व्यवसायिकता को लेकर पत्रकारिता में नहीं आया था। अगर व्यवसाय ही करना होता तो बहुत से ऐसे व्यवसाय थे जिन्हें मैं कर सकता था। मैं तो समाज सेवा और पत्रकार हितों के लिए पत्रकारिता में आया।
आईना के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ मोहम्मद कामरान ने वर्तमान में हो रहे पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर कहा कि आज लगभग हर जिले से पत्रकारों के उत्पीड़न उन पर हो रहे हमले पत्रकारों की हत्याओं के मामले बढ़ते जा रहे हैं । कलमकार यदि सच्चाई लिख देता है तो उसके पीछे समाचारों से संबंधित भ्रष्टाचारी लोग पड़ जाते हैं। अगर देखा जाए तो पहले हम सभी में एकता थी, निकटता थी। जरा सी भी कोई बात होती थी, सैकड़ो पत्रकार एकजुट होकर उसके खिलाफ आवाज उठाते थे। जिसकी वजह से बड़े-बड़े माफिया भी भय खाते थे। आज हम कबीलों में बट कर कमजोर हो गए हैं। जिसके कारण ही हम लोगों पर हमले और उत्पीड़न हो रहा है। बटोगे तो कटोगे, वाला सिद्धांत चरित्रार्थ होता है।
आईना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा कि गत दिनों हमीरपुर में हुए पत्रकार उत्पीड़न को लेकर ऑल इंडिया न्यूजपेपर संगठन ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर शांतिपूर्ण सांकेतिक धरना भी किया था। इसके साथ ही उन्होंने पत्रकार हितों के लिए अपने विचार व्यक्त किये । इसके साथ ही उत्तर प्रदेश मान्यता संवाददाता समिति के संयुक्त सचिव अनिल सैनी, आईना के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव लइक अहमद, सचिव एन आलम, संगठन मंत्री ज्ञानी त्रिवेदी, सदस्य एसपी गुप्ता। आईना संगठन के कई पदाधिकारीयों ने भी अपनी-अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त की।