दृश्यकला के क्षेत्र से मनीषा कुमारी को मिला महिला सम्मान

- ऐशबाग रामलीला भवन में ’अपराजिता जज्बा जीत का’ एवं अडॉप्ट सेवा समिति की ओर से हुआ महिला सम्मान समारोह
लखनऊ। संस्था अपराजिता जज्बा जीत का एवं अडॉप्ट सेवा समिति की ओर से संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित महिला सम्मान पखवारा के समापन पर विभिन्न कार्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। समारोह लखनपुरी के ऐशबाग रामलीला के तुलसी भवन में आयोजित हुआ। इसमें पत्रकारिता, भाषा विकास और लोक भाषा, दृश्यकला, प्रशासन, खेल, चिकित्सा, समाज कार्य, उद्योग, परामर्श और समाज कार्य, सोशल मीडिया सनसनी क्षेत्र की 10 महिलाओं को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। दृश्यकला क्षेत्र से मनीषा कुमारी ने सम्मान प्राप्त किया।
जानकारी देते हुए चित्रकार व कला लेखक भूपेन्द्र कुमार अस्थाना ने बताया कि युवा महिला चित्रकार मनीषा कुमारी का जन्म 01 अगस्त 1987 को जमशेदपुर, झारखंड में हुआ। मनीषा कुमारी समकालीन कला में एक युवा महिला चित्रकार हैं। इन्होंने 2008 रविन्द्र भवन टैगोर स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स जमशेदपुर से फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा किया। चित्रकला में 2012 में दृश्यकला में स्नातक एवं 2014 में स्नातकोत्तर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से किया।
2014 से 2022 तक दिल्ली पब्लिक स्कूल, बुलंदशहर में कला अध्यापन कार्य किया। साथ ही स्वतंत्र रूप से कला के क्षेत्र में योगदान दे रही हैं। इनके कलाकृतियों की प्रदर्शनी देश के अनेकों स्थानों के अलावां विदेश में भी लग चुकी है। वर्तमान में लखनऊ में रहते हुए सृजनरत हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री विद्या बिंदु एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मधुरिमा लाल ने सभी को सम्मानित व उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।