भारतीय पत्रकार संघ के अमेठी जिलाध्यक्ष लोकेश त्रिपाठी ने राष्ट्रध्वज फहराए जाने के संबंध में आमजनमानस से की अपील।
देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपरांत आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस बार आजादी की 76 वीं वर्षगांठ रहेगी ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा घर घर तिरंगा हर घर तिरंगा का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत देश के सभी घरों में भारत का राष्ट्र ध्वज लगाया जाना है। भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रध्वज को फहराये जाने के लिए भी कुछ नियम बनाए गए हैं। जिसको जानाना और पालन करना आवश्यक है। फ्लैग कोड आफ इंडिया 2002 (राष्ट्रध्वज संघिता) में राष्ट्र ध्वज को फहराने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिन का उल्लंघन करने पर किसी भी व्यक्ति को जेल हो सकती है। 26 जनवरी 2002 को भारत सरकार ने तिरंगा फहराने को लेकर कानून बनाया था। पहले मशीन से बने और पॉलिस्टर कपड़े से बने तिरंगे को नहीं फ़हराया जा सकता था हालांकि वर्ष 2021 में इसकी छूट दे दी गई है। इसके बाद हर घर तिरंगा अभियान के तहत 20 जुलाई 2022 को भारत सरकार के द्वारा और भी ढील दी गई है जिसमें तिरंगे को अब किसी भी समय फहराया जा सकता है। अब इसे 24 घंटे से फ़हराया जा सकता था है। पहले यह सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले ही फहराया जाता था। किसी भी देश का राष्ट्रध्वज उस राष्ट्र का आन बान और शान होता है । हम सब देश के एक जिम्मेदार नागरिक हैं इसलिए आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत मनाए जाने वाले घर-घर तिरंगा कार्यक्रम में हम सभी को अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए। इस दौरान निम्नलिखित बातों का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए।
- कहीं पर भी हमारा राष्ट्रध्वज उल्टा नहीं फहराया जाए सबसे ऊपर केसरिया रंग उसके बाद सफेद तब सबसे नीचे हरे रंग का होना सुनिश्चित कर ले। यदि कहीं पर भी यह क्रम नहीं दिखता है तो वहां पर रुक कर संबंधित व्यक्ति को यह बताएं और राष्ट्रध्वज को सीधा कराएं।
- दूसरी सबसे महत्वपूर्ण और अहम बात यह है कि हमारा राष्ट्रध्वज सबसे ऊपर होना चाहिए अर्थात इसके आसपास किसी भी प्रकार के यदि झंडे लगे हैं तो राष्ट्रध्वज उनसे नीचे नहीं होना चाहिए उसकी ऊंचाई हमेशा अन्य झंडों की ऊंचाई से अधिक रहनी चाहिए।
- झंडा फहराने से पहले यह भी सुनिश्चित करने की तिरंगा झंडा कहीं से कटा फटा ना हो और ना ही उस पर कुछ लिखा गया हो।
- तिरंगे झंडे में लगने वाला डंडा कभी भी तिरंगे से ऊपर की ओर नहीं निकला होना चाहिए।
- हमारा तिरंगा कहीं पर भी किसी भी कीमत पर जमीन पर न गिरने पाए इस बात का भी विशेष ख्याल रखना है।
- राष्ट्रध्वज कभी भी कहीं पर भी झुका नहीं रहना चाहिए वह हमेशा सीधा ही फहराया जाना चाहिए और झंडे को कसकर बांधना चाहिए जिससे वह झुकने ना पाए।
- यदि कोई राष्ट्रध्वज छतिग्रस्त हो गया है तो सम्मान सहित उसका निस्तारण करें, कहीं पर भी कूड़े कचरे अथवा सड़क पर कतई नहीं फेंके।
इन बातों को अधिक से अधिक लोगों को अवगत कराएं जिससे हमारे राष्ट्रध्वज का कहीं पर भी अपमान ना होने पाए।
लोकेश त्रिपाठी
जिलाध्यक्ष अमेठी जनपद
भारतीय पत्रकार संघ