रंगभरी एकादशी: अयोध्या में होली का उत्सव शुरू, साधु-संतों ने जमकर उड़ाया अबीर-गुलाल, निकाली धर्म ध्वजा यात्रा

अयोध्या। हिंदू धर्म में रंगभरी एकादशी का विशेष महत्व है, जो हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस बार, अयोध्या में रंगभरी एकादशी के अवसर पर होली की शुरुआत धूमधाम से हुई। वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत, सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के नागा साधुओं ने इस दिन हनुमान जी के निशान लेकर पंचकोशी परिक्रमा की। उन्होंने हनुमानगढ़ी में पूजा-अर्चना के बाद होली के हुड़दंग में भाग लिया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाते हुए ‘फगुआ’ गीत गाए।
इस मौके पर अयोध्या के प्रमुख मठ-मंदिरों में होली का निमंत्रण भी दिया गया। हनुमानगढ़ी से निकला साधू संतों का जुलूस अयोध्या की सड़कों पर धूम मचाता हुआ आगे बढ़ा, जहाँ ढोल-नगाड़ों की धुन पर लोग रंगों में सराबोर हो गए। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच इस आयोजन ने धार्मिक नगरी को रंगीन बना दिया।
रंगों और श्रद्धा का अद्भुत संगम
रंगभरी एकादशी से अयोध्या में होली की विधिवत शुरुआत होती है, हालांकि बसंत पंचमी से पहले ही मंदिरों में अबीर और गुलाल चढ़ाने की परंपरा शुरू हो जाती है। इस दिन नागा साधु हनुमान जी के निशान के साथ मठ-मंदिरों में होली का निमंत्रण देते हुए पंचकोशी परिक्रमा करते हैं, जिससे पूरे अवध क्षेत्र में होली का उल्लास फैल जाता है।