तीन साल से नहीं बढ़ें हैं बिजली के रेट, ग्रामीण उपभोक्ताओं की दरों में 10-12% तक हो सकती है बढ़ोतरी
लखनऊ। यूपी के शहरी उपभोक्ता के साथ-साथ बिजली कंपनियों ने ग्रामीण उपभोक्ताओं की दरों में भी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया है। अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो ग्रामीण उपभोक्ताओं की बिजली 10-12% तक महंगी हो सकती है। कंपनियों की तरफ से दिए गए दर बढ़ोतरी प्रस्ताव में 100 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वाले लाइफलाइन उपभोक्ताओं की दरों में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पिछले तीन सालों से बिजली के दाम नहीं बढ़ाए गए हैं।
100 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वाले शहरी उपभोक्ताओं के लिए अभी तक फिक्स चार्ज 50 रुपये लगता है, जिसे बढ़ाकर 55 रुपये करने का प्रस्ताव दिया गया है। साथ ही इस श्रेणी के उपभोक्ता का एनर्जी चार्ज 3 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ाकर 3.50 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव कॉरपोरेशन की तरफ से दिया गया है।
डिफिसेंसी नोट तैयार करेगा उपभोक्ता परिषद
वहीं, राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली कंपनियों की तरफ से दाखिल प्रस्ताव पर डिफिसेंसी नोट तैयार करेगा, जिसमें ये बताया जाएगा कि किस तरह से बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं पर बोझ डालने की कोशिश कर रही हैं।
ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं की प्रस्तावित बिजली दर
- घरेलू ग्रामीण – वर्तमान फिक्स- चार्ज प्रस्तावित
- अनमीटर्ड- रुपये 500/MW रुपये – 550/MW
- मीटर्ड उपभोक्ताओं के लिए
- फिक्स चार्ज – रुपये 90/MW
- प्रस्तावित रुपये – 100/MW
- स्लैब वर्तमान चार्ज प्रस्तावित चार्ज
- 0-100 यूनिट – रुपये 3.35/यूनिट – रुपये 4.35/यूनिट
- 101-150 यूनिट- रुपये 3.85/यूनिट – रुपये 4.85/यूनिट
- 151-300 यूनिट- रुपये 5.00/यूनिट – रुपये 6.00/यूनिट
- 300 से ऊपर – रुपये 5.50/यूनिट – रुपये 7.00/यूनिट
कृषि की बिजली दर
- कृषि- वर्तमान फिक्स – चार्ज प्रस्तावित
- ग्रामीण(अनमीटर्ड) – रुपये 170/MW – रुपये 190/MW
- ग्रामीण(मीटर्ड) – रुपये 70/MW रुपये- 90/MW
- एनर्जी चार्ज – प्रस्तावित
- रुपये 2/यूनिट – रुपये 2.20/यूनिट