डोलि रही लहरन मा नॉव, राम मोरी नाव के खेवइया..

- भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद की क्षितिज श्रृंखला में लोक संगीत की हुई प्रस्तुति
लखनऊ। लोक गायिका वंदना शुक्ला के गायन से अवध की शाम महक उठी। शुक्रवार को भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद की क्षितिज श्रृंखला में लोक संगीत की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का आयोजन उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी के वाल्मिीकि प्रेक्षागृह में हुआ। वन्दना शुक्ला ने अपने गायन की शुरुआत देवी गीत ‘उड़ि जाओ रे सुगनवां, गगा पर खबर लाओ देविन की.. से की। इसके बाद उन्होने माझी गीत ‘डोलि रही लहरन मा नॉव, राम मोरी नाव के खेवइया…। इसके अलावा गायिका वंदना ने भोजपुरी, देशभक्ति गाने पेश किए।
वंदना शुक्ला ने भातखण्डे संगीत संस्थान ने शास्त्रीय गायन की शिक्षा ली है। इसके अलावा अवधि लोक गायन की शिक्षा प्रसिद्ध गायिका प्रो. कमला श्रीवास्तव से प्राप्त की है। उनके साथ संगतकर्ताओं में हारमोनियम पर संतोष तिवारी, बांसुरी पर राज विभूति, तबले पर सत्यम शिवम सुंदरम सिंह, ढोलक पर अरुण त्रिपाठी व सहवाद्य पर सोनी त्रिपाठी ने साथ दिया।