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अमेठी में क्राइम करने पर उतारू क्राइम ब्रांच, 3 लाख की वसूली करने पहुंचे क्राइम ब्रांच के सिपाहियों को उल्टे पांव पड़ा भागना।

जहां पर रक्षक ही भक्षक बन जाए वहां की नैया भगवान भरोसे होती है। जी हां हम बात कर रहे हैं वीवीआइपी जनपद अमेठी की जहां पर नवागत पुलिस अधीक्षक जिले में कानून व्यवस्था को लेकर बहुत ही चुस्त-दुरुस्त नजर आ रहे हैं किंतु वहीं पर जिले की क्राइम ब्रांच खुद क्राइम करने में लगी हुई है। ऐसे में जिले की पुलिस स्वयं नवागत कप्तान के लिए चुनौती बनी हुई है। मामला कल देर रात अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बारहमासी बाजार का है। जहां का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। परिजनों का आरोप है कि क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों ने अमेठी कस्बे के आर्य समाज स्कूल की गली में रहने वाले प्रिंस नाम का युवक जो 30 तारीख को होने वाले भंडारे के लिए चंदे की रसीद काटने गया था उसको अमेठी चौराहे से उठा लिया और उसे लेकर सुल्तानपुर रोड स्थित टिकरी स्थित एक टावर के कमरे में लेकर पहुंचे। जहां पर दोनों सिपाहियों ने पहले शराब पी उसके बाद युवक को जमकर मारा पीटा । इसके बाद उसके घर फोन कर युवक की बीवी से 3 लाख रुपए की डिमांड करने लगे। बताते हैं कि डिमांड ना पूरी होने पर क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाहियों ने युवक को स्मैक बिक्री के मामले में जेल भेजने और एनकाउंटर करने की धमकी भी दी। जिस पर परिजन उन्हें 3 लाख रुपए की राशि देने व युवक को छोड़ने के लिए क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के द्वारा बताए गए स्थान अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गौरीगंज रोड स्थित बारहमासी पर पहुंचे। जैसे ही क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाही सफेद कलर की अपाचे मोटरसाइकिल पर बीच में बैठाकर प्रिंस को लेकर बारहमासी पहुंचे। वहां पर मौजूद प्रिंस के परिजनों सहित दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने क्राइम ब्रांच के सिपाहियों को घेर लिया और उनका वीडियो बनाने लगे। वहीं पर मौजूद एक अधेड़ ने क्राइम ब्रांच के दूसरे सिपाही को धर दबोचा और उससे हाथापाई भी करने लगा। मामले को उल्टा पड़ता देख क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाही मौके से फरार हो गए। वहीं पर प्रिंस नामक युवक ने बताया कि इन लोगों के द्वारा मेरे गले से जंजीर सोने की जंजीर उतार दी गई और चंदे से एकत्रित हुए लगभग 50000 रुपए भी ले लिए गए इसके बावजूद मुझे जमकर पीटा जिसके चलते मेरा हाथ कंधे से फैक्चर हो गया है। क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाहियों ने कहा कि अगर तुम लोग हमें 3 लाख रुपए नहीं दोगे तो 5 किलो स्मैक लगाकर हम तुम्हें जेल भेज देंगे। जैसे ही इस घटनाक्रम का वीडियो ट्विटर के माध्यम से वायरल होने लगा तत्काल क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के द्वारा स्मैक तस्कर तस्करी से जुड़े लोगों के द्वारा वीडियो बनाने वाले परिवार पर वीडियो को डिलीट करने का दबाव बनाया जाने लगा। आपको बता दें कि जिस परिवार का यह मामला है वह परिवार कोई गंगाजल से धोया हुआ नहीं है। बल्कि वह भी अमेठी जिले में स्मैक तस्करी के लिए नामी गिरामी परिवार है। उसके घर का श्यामू नाम का एक व्यक्ति अभी भी जेल के अंदर है। अवैध रूप से स्मैक बेचने के मामले में कई बार अमेठी कोतवाली पुलिस ने इस परिवार के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं और जेल भेजा है। कहते हैं कि लोहा लोहे को ही काटता है इसीलिए क्राइम ब्रांच के सिपाहियों ने मामले का पटाक्षेप करने के लिए दूसरे स्मैक तस्कर हम्माद को लगा दिया। दूसरे स्मैक तस्कर ने फोन कर वीडियो को बनाने वाले स्मैक तस्कर के परिवार से वीडियो को डिलीट करने का दबाव बनाने लगा। उसने यह भी कहा कि अगर नहीं डिलीट करोगे तो पुलिस वालों का कुछ बिगड़ेगा नहीं ज्यादा से ज्यादा एसपी को 10–20 हज़ार देना पड़ेगा और सब काम चल जाएगा। यहां से हटने के बाद क्राइम ब्रांच के लोग थाने पर चले जाएंगे उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर तुम डिलीट कर दोगे तो हम इस बात का वादा करते हैं कि जब तक यह लोग रहेंगे तब तक तुम लोग खुलेआम स्मैक की बिक्री कर सकोगे कोई तुमको रोकने टोकने वाला नहीं होगा। इस तरह गांव गांव नशे का कारोबार कर रहे स्मैक के कारोबारी अमेठी पुलिस व क्राइम ब्रांच के बचाव में उतरे हुए हैं। इसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्राइम ब्रांच के द्वारा जहर फैलाने वाले लोगों को पकड़ा गया तो नियमानुसार कार्यवाही करते हुए जेल क्यों नहीं भेजा गया । क्यों यह लोग मैनेज करने पर उतारू हो गए? सिर्फ पैसे के लिए अमेठी की जनता और युवाओं के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। इसीलिए गांव गांव नशे का कारोबार बृहद रूप से फैला हुआ है । जिसमें अमेठी पुलिस का बहुत बड़ा रोल है। अगर क्राइम ब्रांच के सिपाही गलत ना होते तो तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित कर उन लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते ना कि वहां से भाग लेते। दूसरा पक्ष अर्थात वीडियो वायरल करने वाले लोग तो गलत है ही। लेकिन उससे अधिक गलत क्राइम ब्रांच के दोनों सिपाही निकले जो वहां पर पकड़े गए लड़के को लेकर मैनेज करने गए थे जब वहां से 3 लाख रूपए भी नहीं मिले और पांसा उल्टा पड़ गया तो वहां से वह भाग लिए। इस मामले में जिले के अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि सोशल मीडिया पर एसओजी टीम के जिन आरक्षीगणों का वीडियो वायरल हो रहा है उसके संबंध में पुलिस अधीक्षक महोदय ने पुलिस क्षेत्राधिकारी अमेठी को जांच सौंपा है जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।

Lokesh Tripathi

पूरा नाम - लोकेश कुमार त्रिपाठी शिक्षा - एम०ए०, बी०एड० पत्रकारिता अनुभव - 6 वर्ष जिला संवाददाता - लाइव टुडे एवम् न्यूज़ इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल एवं हिंदी दैनिक समाचारपत्र "कर्मक्षेत्र इंडिया" उद्देश्य - लोगों को सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना। "पत्रकारिता सिर्फ़ एक शौक" इच्छा - "ख़बरी अड्डा" के माध्यम से "कलम का सच्चा सिपाही" बनना।

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