सैक्टम फाउंडेशन के तत्वावधान मैं संक्रामक रोगों पर सम्मेलन का आयोजन हुआ संपन्न
लखनऊ। सोसाइटी फॉर एक्यूट केयर ट्रॉमा और इमरजेंसी मेडिसिन ( सैक्टम ) ने आज नगर में एक निजी होटल में एक दिवसीय संक्रामक रोग सम्मेलन का आयोजन किया इस महत्वपूर्ण आयोजन में उत्तर प्रदेश मैं प्रदेश भर के आपातकालीन चिकित्सकों ने भाग लिया जिसमें केजीएमयू, आरएमएल, एसजीपीजीआई, मेदांता, विवेकानंद और इंटीग्रल यूनिवर्सिटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की मेडिकल टीम सम्मिलित हुई।
प्रदेश में पहली बार आपातकालीन चिकित्सकों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें चिकित्सकों ने अपने ज्ञान कौशल और विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण समय पर आयोजित हुआ जब अस्पताल डेंगू टाइफाइड और एच1एन1 जैसी संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त रोगियों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहे हैं। सम्मेलन के प्रमुख सत्रों इन संक्रामक रोगों के प्रबंधन में नवीनतम प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया गया।
आयोजन सचिव डॉक्टर सुभांकर ने सभी प्रतिभागियों को संक्रामक रोगों पर विशेष रूप से तैयार की गई पुस्तिका वितरित की। और साथ में अपना वक्त देते हुए उन्होंने कहा यह पुस्तिका आपातकालीन डॉक्टर को नवीनतम दिशा निर्देशों से अपडेट रखेगी जिसमें वे सर्वोत्तम देखभाल प्रदान कर सकेंगे।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि भारती मेडिकल एसोसिएशन आईएमए लखनऊ की अध्यक्ष डॉक्टर विनीता मित्तल और विशिष्ट अतिथि जरा मेडिकल कॉलेज के डीन, डॉ एम.एम.ए फरीदी ने इस इस पहल की सराहना की और संक्रामक रोगों के खिलाफ निरंतर प्रयासों के लिए अपना समर्थन दिया। सम्मेलन में राज्य भर से आए हुए विभिन्न आपातकालीन विभागों के 100 से अधिक डॉक्टर्स ने इस सम्मेलन में भाग लिया।
सैक्टम फाउंडेशन के संस्थापक और अध्यक्ष डॉक्टर. लोकेंद्र गुप्ता ने सरकारी और निजी अस्पतालों के आपातकालीन डॉक्टरों को बुखार के मामलों को बेहतर ढंग से संभालने व्यवस्थित ओर प्रशिक्षित करने की की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा “हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है की रोकी जा सकने वाली यह इलाज योग संक्रमणों के कारण किसी की जान ना जाए। इसी उद्देश्य से हमने इस सम्मेलन का आयोजन किया है। यह आयोजन उत्तर प्रदेश में संक्रामक रोगों के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।”