फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) को निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है. बड़ी संख्या में लोग अपने पैसे को एफडी में निवेश करते हैं. बैंक एफडी उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है जो जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं. हालांकि मौजूदा समय में कम ब्याज दर और महंगाई को देखते हुए एफडी में निवेश करना अपना पैसा खोने के समान है. लेकिन यह अभी भी उन निवेशकों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और जोखिम से बचने वालों के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प है.
महामारी के बाद कई बैंकों ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाएं शुरू कीं, जो 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को मौजूदा ब्याज दर से अधिक प्रदान करती हैं. एक एफडी में पूरा पैसा नहीं लगाएं. अगर आप को पांच लाख की एफडी में करनी है तो एक से ज्यादा बैंकों में एक लाख की पांच एफडी कराएं ताकि पैसों की जरूरत पड़ने पर आप एक एफडी को बीच में ही तुड़वा सकें. इससे आपकी बाकी एफडी सुरक्षित रहेंगी. आइए जानते हैं बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर कहां मिल रहा है सबसे अधिक ब्याज दर.
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.30 फीसदी ब्याज दे रहा है. स्मॉल फाइनेंस बैंकों में, यह बैंक सबसे अच्छा ब्याज दर ऑफर कर रहा है. एक लाख रुपये का निवेश तीन साल में बढ़कर 1.24 लाख रुपये हो गया.
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने एफडी की ब्याज दरें बदली
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दर में बदलाव किया है. बैंक ने 2 करोड़ रुपये तक की डिपॉजिट पर जमा ब्याज दरों को बढ़ाकर 6.75-7.50 प्रतिशत कर दिया है. उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों के लिए 990 दिन की अवधि के लिए ब्याज दर 7.50 फीसदी होगी.
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीन साल की एफडी में 6.75 फीसदी ब्याज देता है. आरबीएल बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीन साल की एफडी में 6.80 फीसदी ब्याज देता है. यस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7 फीसदी ब्याज ऑफर कर रहा है.
5 लाख रुपये की गारंटी
स्मॉल फाइनेंस बैंक और स्मॉल प्राइवेट बैंक नई जमा राशि जुटाने के लिए ज्यादा ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं. डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (डीआईसीजीसी) के तहत 5 लाख रुपये तक की एफडी में निवेश की गारंटी देती है.
किसी बैंक के डिफॉल्ट या फेल होने पर एक हद तक ग्राहकों की जमा सुरक्षित रहती है. इसे डिपॉजिट इंश्योरेंस कहते हैं. डिपॉजिट इंश्योरेंस एक तरह का प्रोटेक्शन कवर है. यह बैंक के जमाकर्ताओं को मिलता है. डीआईसीजीसी यह इंश्योरेंस मुहैया कराता है. यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है.