
बिहार के विभिन्न जिलों में सेना भर्ती में अग्निपथ योजना का विरोध दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। बक्सर और जहानाबाद सहित कई जिलों में छात्र इस योजना के विरोध में रेलवे ट्रैक और सड़कों पर उतरे और हंगामा किया। इस दौरान यातायात बाधित रही। सेना में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में बिहार के जहानाबाद, बक्सर में छात्रों ने बवाल किया है। वहां छात्रों ने सड़कों को जाम किया और आगजनी की।
जहानाबाद में छात्र रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और रेल पटरी पर प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने ‘अग्निपथ’ योजना को रद्द करने की मांग को लेकर जहानाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-83 पर टायर जलाए और वहां धरना भी दिया। हालांकि पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया। नवादा, आरा, अरवल में भी छात्र सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किया। नवादा में प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई वाहनों को भी निशाना बनाया।
नवादा रेलवे स्टेशन पर भी प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया। वहां प्रदर्शनकारी सेना में भर्ती की नई व्यवस्था के प्रति अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पटरियों पर व्यायाम करते दिखे। नवादा में आक्रोशित युवाओं ने कुछ दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की। नई व्यवस्था को वापस लिए जाने की मांग कर रहे आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने जहानाबाद, बक्सर, नवादा सहित राज्य के कई हिस्सों के जुलूस निकाला।
इससे पहले बुधवार को भी बक्सर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय में भी विरोध हुआ था। छात्र सेना में चार साल की भर्ती वाली इस योजना से नाराज हैं। छात्रों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद 25 प्रतिशत छात्रों को तो नौकरी मिल जाएगी लेकिन 75 फीसदी लोग बेरोजगार हो जायेंगे। उल्लेखनीय है कि कई राज्यों ने पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। कई विभागों ने भी इन लोगों की प्राथमिकता देने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि सरकार ने सेना भर्ती में पुरानी प्रक्रिया को बदलते हुए अग्निपथ योजना की शुरूआत की है, जिसमे चार साल के लिए युवाओं की भर्ती होगी। केंद्र की इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।