दुनिया के सबसे धनी सात देशों के संगठन जी-7 (G7) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर यूक्रेन पर रूस की तरफ से हमला किया गया तो वह रूस पर कुछ प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं. जी7 के वित्त मंत्रियों ने सोमवार को कहा है कि वह अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो वह रूस पर आर्थिक और वित्तीय प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा है कि इससे रूस की अर्थव्यवस्था पर काफी तेज और गहरा असर पड़ेगा.
वहीं G7 के विदेश मंत्रियों ने कहा कि उनकी प्राथमिकता स्थिति को कम करने की कोशिश करना है, लेकिन यूक्रेन के खिलाफ रूस द्वारा किसी भी विशेष सैन्य आक्रमण का तुरंत, समन्वित और सशक्त प्रतिक्रिया के साथ सामना किया जाएगा. उन्होंने यूक्रेनी अर्थव्यवस्था को दुनिया की सात सबसे अमीर अर्थव्यवस्थाओं के समर्थन का भी वादा किया.
अमेरिका का दावा- यूक्रेन से लगती सरहद पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा रूस
इससे पहले अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि रूस ने यूक्रेन से लगती सरहद पर तैनात अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाकर 1.30 लाख से ज्यादा कर दी है. इससे पहले रूस ने सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया हुआ था. अमेरिका ने चेतावनी दी कि रूस इस हफ्ते यूक्रेन पर हमला कर सकता है. इसके मद्देनजर रविवार को कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन की राजधानी के लिए अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है. वहीं नाटो के सदस्यों की ओर से हथियारों की नई खेप भेजी गई है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से करीब एक घंटे तक बातचीत की. उनके सहयोगियों ने बाद में बताया कि ज़ेलेंस्की ने बाइडन से कहा कि यूक्रेन के लोग रूस की मजबूत सेना की ओर से संभावित हमले के मद्देनजर भरोसेबंद संरक्षण में हैं. व्हाइट हाउस ने कहा है कि दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि रूस के हमले को रोकने के लिए कूटनीति और निवारण, दोनों उपाय किए जाएं. गौरतलब है कि बाइडन प्रशासन ने कहा है कि रूस किसी घटना का बहाना बनाकर यूक्रेन पर आक्रमण कर देगा.