वीरवर लक्ष्मण जी के मंदिर के लिए लखनपुरी में पूजन

- जानकीपुरम विस्तार, गोहनाकला में बनेगा मंदिर
- एक एकड़ में बनेगा मंदिर, 81 फीट ऊंचा होगा शिखर, बनेगा माता उर्मिला वृद्धाश्रम
लखनऊ। भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी की बसाई लखनपुरी अब उनका मंदिर बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यहां जानकीपुरम विस्तार स्थित गोहनाकला में गुरुवार को श्री लखनलाल के मंदिर की आधारशिला रखी गई है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के लिए भूमि का पूजन किया गया। श्री लक्ष्मण पीठ सेवा न्यास की ओर से तैयार हो रहे इस मंदिर का भूमि पूजन न्यास के अध्यक्ष व रामकथा प्रवाचक पण्डित धीरेन्द्र वशिष्ठजी महाराज ने सपत्नीक पंच पुरोहितों की अगुवाई में वेद मंत्रोंच्चार के साथ पूजन किया।
महाराज ने बताया कि प्राचीन समय से लक्ष्मणपुरी के नाम से विख्यात इस नगरी में अगले पांच वर्षों में निर्माण पूरा हो जाएगा। शहर में बन रहे इस श्री लक्ष्मण जी के पहले इस मंदिर के शिखर पर ध्वजा लहराने लगेगी। उन्होंने बताया कि श्रीलक्ष्मण-उर्मिला जी के दिव्य स्वरूप के साथ मंदिर में शिव परिवार और श्रीराम दरबार के दर्शन बनाया जाएगा। साथ ही एक एकड़ क्षेत्र में बन रहे मंदिर में अशक्त-वृ़द्धाओं के लिए माता उर्मिला वृद्धाश्रम भी खोला जायेगा। अब भूमि पूजन अनुष्ठान के बाद मंदिर निर्माण प्रारम्भ हो जायेगा।
मंदिर के वास्तुकार मीनाक्षी तिवारी व सुनील श्रीवास्तव हैं। सेवा न्यास मंदिर के साथ ही यहां माता उर्मिला के नाम पर 45 कक्षों का जरूरी सुविधाओं से युक्त वृद्धाश्रम भी बनेगा। भूमि पूजन के बाद ही यहां भण्डारा भी चला, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने प्रसाद पाया। इस अवसर पर यहां उपस्थित आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं को संतों के आशीर्वचन भी मिले। क्षेत्रीय जनता और करीब के ग्राम प्रधानों का भी आयोजन में सहयोग रहा।
पूजन के बाद संगीतज्ञ और स्वामी पागलदास के शिष्य डा. राज खुशीराम ने मृदंग वादन कर शास्त्रीय सुरों की गंगा बहाई। गायक किशोर चतुर्वेदी ने भजन संध्या में राम स्तुतियों के संग लक्ष्मण की विशेष स्तुति और हनुमत भजनों का मधुर गायन किया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति, साहित्यकार व अन्य लोग भी उपस्थित थे।