युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से स्वावलम्बी बनाएगा संघ
- देश को बीपीएल मुक्त करने और 100 प्रतिशत रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य
- स्वदेशी जागरण मंच, भाजपा, एबीवीपी, बीएमएस समेत 11 संगठन मिलकर बना रहे योजना
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध करवाने का काम करेगा। इसके लिए संघ ने स्वावलम्बी भारत अभियान शुरू किया है। इसका जिम्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच को सौंपा है। स्वदेशी जागरण मंच संघ से जुड़े जन संगठनों और आर्थिक संगठनों समेत कुल 11 संगठनों को मिलाकर संयुक्त योजना बना रहा है।
युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से स्वावलम्बी बनाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच प्रांत स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। इन कार्यशालाओं में स्वदेशी जागरण मंच के अलावा भाजपा, विश्व हिन्दू पषिद (विहिप), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), वनवासी कल्याण आश्रम, लघु उद्योग भारती, भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), किसान संघ, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत और सेवा भारती के प्रांत स्तर के पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
स्वावलम्बी भारत अभियान के माध्यम से संघ ने देश को बीपीएल मुक्त करने तथा 100 प्रतिशत रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य लिया है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए संघ देश में स्वरोजगार, स्टार्टअप इंडिया, एफपीओ, प्राकृतिक खेती, देशी गौसंवर्धन, क्लस्टर डेवलपमेंट एवं परिवार आधारित उद्योगों का विकास करेगा।
स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि अवध प्रांत, काशी प्रांत और गोरक्ष प्रांत में स्वावलम्बी भारत अभियान की कार्यशाला हो चुकी है। उन्होंने कहा कि देश का नौजवान आज काम की तलाश में भटक रहा है। उसे रोजगार संपन्न बनाना इस अभियान का उद्देश्य है।
स्वावलम्बी भारत अभियान के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा और गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रहे परिवारों को बाहर निकालने का काम किया जाएगा। जो युवा अपना स्वयं का रोजगार शुरू करना चाहते हैं उन्हें बैंक से लोन दिलवाने और प्रशिक्षण दिलाने का भी काम किया जाएगा।
अ.भा. प्रतिनिधि सभा में संघ ने पास है किया प्रस्ताव
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के प्रचार प्रमुख नरेन्द्र सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि संघ ने मार्च 2022 में कर्णावती में संपन्न अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भारत को स्वावलम्बी बनाने के लिए कार्यों के अवसर बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव पास किया है। इस प्रस्ताव को अमल में लाने के लिए स्वदेशी जागरण मंच अन्य संगठनों के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार कर रहा है।
नौकरी पाने की मानसिकता से बाहर आए युवा
संघ ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि युवाओं में उद्यमिता को प्रोत्साहन देना चाहिए, ताकि वे केवल नौकरी पाने की मानसिकता से बाहर आ सकें। इसी प्रकार की उद्यमशीलता की भावना को महिलाओं, ग्रामीणों, दूरस्थ और जनजातीय क्षेत्रों में भी बढ़ावा देने की आवश्यकता है। संघ ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता, मानवशक्ति की विपुलता और उद्यमकौशल के चलते भारत अपने कृषि और सेवा क्षेत्रों के माध्यम से अर्थव्यवस्था को उच्च स्तर पर ले जाने की क्षमता रखता है।
इसलिए स्वदेशी मॉडल के आधार पर मानव केंद्रित, पर्यावरण के अनुकूल, ग्रामीण अर्थव्यवथा, सूक्ष्म उद्योग, लघु उद्योग और कृषि आधारित उद्योगों का विकास होना चाहिए। इसमें महिलाओं की भी भागीदारी होनी चाहिए। संघ ने कहा है कि समाज में ‘स्वदेशी और स्वावलम्बन’ की भावना उत्पन्न करने के प्रयासों से उपर्युक्त पहलों को प्रोत्साहन मिलेगा। शिक्षाविद्, उद्योग जगत के पुरोधा, सामाजिक नेतृत्व, समाज संगठन तथा विविध संस्थान इस दिशा में प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।