प्रदेश में सूरदास ब्रज भाषा अकादमी के गठन की अधिसूचना जारी
- भाजपा ने 2022 के लोक कल्याण संकल्प पत्र में किया था शामिल
- अवधी और बुंदेली भाषा पर आधारित अकादमी का भी जल्द गठन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में सूरदास ब्रज भाषा अकादमी के गठन का निर्णय लिया है। इस संबंध में शासन की तरफ से मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में ब्रज भाषा के विकास से जुड़े इस मुद्दे को शामिल किया था। जानकारी के मुताबिक सरकार जल्द ही अवधी और बुंदेली भाषाओं से जुड़े अकादमी का गठन करने जा रही है।
उप्र शासन के प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार की तरफ से जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। राष्ट्रपति शासन के दौरान अकादमी के अध्यक्ष प्रदेश के राज्यपाल होंगे। भाषा विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव या सचिव कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। ब्रज भाषा के लिए कार्य करने वाले वरिष्ठ जन को अकादमी के उपाध्यक्ष पद पर नामित किया जाएगा।
प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से बताया कि लोक कल्याण संकल्प पत्र में शामिल होने की वजह से इसे सरकार के 100 दिनों के लक्ष्य में शामिल किया गया था। प्रारम्भिक स्तर पर इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है। अकादमी के मूर्त रूप लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के उपाध्यक्ष और सदस्यों के नामित करने के साथ ही संस्थान कार्य करने लगेगा। उन्होंने बताया कि अध्यक्ष के अलावा एक उपाध्यक्ष और चार सदस्य होंगे। इनका कार्यकाल एक वर्ष का होगा।
अवधी और बुंदेली अकादमी का जल्द होगा गठन
भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में ब्रज भाषा के साथ ही अवधी और बुंदेली भाषाओं को समृद्ध बनाने के लिए अकादमी के गठन का मुद्दा शामिल किया गया था। सरकार ने अपने 100 दिनों के लक्ष्य में शामिल करते हुए ब्रज भाषा अकादमी को मूर्त रूप देने का कदम उठाया है।
शासन से मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही अवधी और बुंदेली भाषा पर आधारित अकादमी का गठन किया जाएगा। गोस्वामी तुलसीदास अवधी भाषा अकादमी का गठन किये जाने के प्रस्ताव पर सरकार में सहमति बन गयी है। इसी प्रकार बुंदेली भाषा के विद्वान के नाम पर बुंदेली अकादमी का गठन किया जाएगा।