बीएफए व एमएफए छात्र डिग्री लेने के अगले तीन वर्षों तक राज्य अकादमी वीथिका में लगा सकते हैं निःशुल्क प्रदर्शनी: मुकेश मेश्राम

- उ.प्र. राज्य ललित कला अकादमी की ओर से लगी 17वीं अखिल भारतीय छायाचित्र कला प्रदर्शनी
लखनऊ। उ.प्र. राज्य ललित कला अकादमी की ओर से बुधवार को 17वीं अखिल भारतीय छायाचित्र कला प्रदर्शनी शुरू हुई। प्रदर्शनी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उ.प्र. पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मुख्य अतिथि ने प्रदर्शित छायाचित्रों व अकादमी के इस आयोजन की सराहना की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की समृद्ध कला एवं संस्कृति से जुड़ने के साथ ही नये आयामों की ओर युवा पीढ़ी को कार्य करने पर बल दिया। बीएफए, एमएफए की डिग्री के पास आउट ईयर से आने वाले तीन वर्षों में यदि युवा कलाकार अपनी कृतियों की प्रदर्शनी करना चाहता है तो ललित कला अकादमी द्वारा निःशुल्क कला वीथिका उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदर्शनी का आयोजन प्रदर्शन कम विक्रय के आधार होगा। वरिष्ठ कलाकारों को भी उनकी विशेषज्ञता का लाभ युवा कलाकारों तक पहुंचे, इसके लिए लाइव डिमान्स्टेªशन, व्याख्यान आदि भी आयोजित किए जायें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कलाकारों को सूचीबद्ध कर उनकी विधा के अनुरूप उनको कार्य के अवसर दिलाने का समन्वय अकादमी द्वारा सुनिश्चित किया जाए। श्री मेश्राम ने कलाकारों द्वारा प्रदर्शित छायाचित्रों की सराहना करते हुए प्रकृति पर आधारित चित्रण को आत्मसात करने पर बल दिया और सभी को प्रकृति से जोड़ने के लिए अपने वक्तव्य से उत्प्रेरित भी किया।
इस कला प्रदर्शनी के लिए सम्पूर्ण भारत के छायाकारों से 71 प्रविष्टियां (पोर्टफोलियो प्रत्येक में छह छायाचित्र कुल 426 छायाचित्र) अकादमी को प्राप्त हुईं। प्राप्त छायाचित्रों में से चयन एवं निर्णायक समिति द्वारा तीन छायाकारों में लखनऊ,अनिल रिसाल सिंह, कोलकाता निर्मलया भट्टाचार्या एवं बालाघाट (म.प्र. गणेश शंकर मिश्राको 20,000 रूपए की नकद घनराशि, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। दो छायाकार बैंगलोर के अर्जुन हारित, आसनसोल पीतम पांजा को 10,000 रूपए की नकद घनराशि, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण-पत्र प्रदान दिए गए। अकादमी की इस महत्वपूर्ण प्रतियोगितात्मक प्रदर्शनी में युवा छायाकारों के साथ वरिष्ठ छायाकारों द्वारा भी उत्साहपूर्ण भागीदारी की गई है।
वहां जानकारी दी गई कि अखिल भारतीय स्तर की छायाचित्र कला प्रदर्शनी में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, बिहार सहित उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। इस प्रदर्शनी में चयनित कुल 200 छायाचित्रों के साथ चयन एवं निर्णायक समिति के सदस्यों के उत्कृष्ट छायाचित्र भी प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी 10 अप्रैल तक रोज सुबह 11 से शाम बजे तक खुली रहेगी।