कृषि विश्वविद्यालयों के उत्पादों के लिए बनाएं निवेश योजना : राज्यपाल

- प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में जी-20 की तैयारी के संबंध में आहूत बैठक में राज्यपाल ने वर्चुअली सहभाग किया
लखनऊ। जी-20 की होने वाली बैठक की तैयरियों के संबंध में प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित बैठक में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ऑनलाइन सहभागिता की। राज्यपाल ने कहा कि बैठकों में शामिल होने वाले जी-20 देशों के प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर 13 फरवरी का वेलकम डिनर लखनऊ राजभवन में किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों द्वारा किये गये नवाचारों, स्टार्टअप, सूचना प्रौद्योगिकी, पेटेण्ट तथा अन्य गतिविधियों का प्रदर्शन प्रदर्शनियों तथा डिजिटल माध्यम से किया जायेगा। प्रदेश में मथुरा, कानपुर, मेरठ, अयोध्या में 4 ऐसे विश्वविद्यालय हैं जहां कृषि के साथ-साथ पशुपालन की भी शिक्षा दी जाती है। इन उत्पादों से जुड़े निवेशों के लिए योजना बनाई जाये।
उन्होंने कहा कि 1 दिसम्बर 2022 से 30 नवम्बर 2023 तक प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के 4 शहरों आगरा, वाराणसी, लखनऊ और ग्रेटर नोएडा में विभिन्न स्थलों पर 11 बैठकें आयोजित की गयी हैं, जो उत्तर प्रदेश के लिए अत्यन्त हर्ष का विषय है। कुलाधिपति होने के नाते वाराणसी में आयोजित जी-20 देशों के प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत एवं अभिनंदन वाराणसी स्थित सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय तथा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी द्वारा किया जायेगा।
राज्यपाल ने कहा कि सुरक्षा और संरक्षण से समझौता किए बिना ही प्रतिनिधियों को अपने शहरों का पता लगाने, अनौपचारिक तरीके से स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करने के लिए इन्हें हर तरह की सहूलियत प्रदान की जायेगी। राज्यपाल ने कहा कि कृषि एवं पशुपालन तथा डेयरी उद्योग के संबंध में शिक्षण प्रशिक्षण तथा डेयरी उत्पादों के संबंध में तकनीकी के आदान प्रदान हेतु दो देशों के बीच एमओयू किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद लेकर उनको स्वस्थ्य बनाने का कार्य, कुपोषण दूर करने के लिए पोषण पोटली उपलब्ध कराने का कार्य तथा सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए टीकाकरण जैसे कार्यों का भी प्रदर्शन किया जायेगा। हमारे सामान्य तथा 04 तकनीकी विश्वविद्यालयों से पारस्परिक सहयोग एवं आपसी साझेदारी, विद्यार्थियों के आदान-प्रदान, वर्चुअल शिक्षण, फैकल्टी के आदान-प्रदान, ई-कक्षाओं तथा विस्तार पटल के माध्यम से सह-शिक्षण के लिए एमओयू किये जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आर्ट और क्राफ्ट का सबसे बड़ा केन्द्र है।इस अवसर पर प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।