जी-20 : केजीएमयू ने की यूथ-20 की मेजबानी

- -प्राचीन भारतीय धरोहर योग व आयुर्वेद के महत्व पर हुई चर्चा
- – तनाव से बचने के लिए योग करें युवा
लखनऊ। जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। इसी सिलसिले में देशभर में अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम हो रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित किंग जार्ज चिकित्साविश्वविद्यालय (केजीएमयू) ने यूथ-20 की मेजबानी की। यूथ-20 परामर्श ‘स्वास्थ्य, भलाई और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा’ पर केजीएमयू में चर्चा की गयी। यह कार्यक्रम शुक्रवार को अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेन्टर में तीन सत्रों में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ खेलकूद विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल और केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी ने किया।
कार्यक्रम के पहले सत्र में मेंटल हेल्थ, दूसरे में स्पोर्ट एवं तीसरे सत्र में योगा व आयुर्वेद पर देश विदेश से आये विशेषज्ञों वक्ताओं ने छात्रों को जानकारी दी एवं उनके सवालों के जवाब भी दिये। विशेषज्ञों ने कहा कि आजकल मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। सबसे बड़ी बात है कि मानसिक रोगों से पीड़ित व्यक्ति को पता भी नहीं चलता कि वह स्ट्रेस या डिप्रेशन की गिरफ्त में आ चुका है और धीरे-धीरे ये परेशानी उसे सुसाइड जैसे आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर कर देती है। इस प्रकार की मानसिक परिस्थित से बचने के लिए छात्रों को सुझाव दिये गए।
दूसरे सत्र का विषय खेल था जिसमें छात्रों को कैरियर के लिए खेल चुनने से लेकर डोपिंग व इंजरीज़ से बचने के बारे में बताया गया। वहीं तीसरे सत्र में प्राचीन भारतीय धरोहर आयुर्वेद और योग के महत्व के बारे में चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने कहा कि शारीरिक व मानसिक सुधार में योग महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। इस कार्यक्रम मे विशेषज्ञ ने इस बात पर चर्चा कि कैसे यह पुरानी पारंपरिक प्रणाली अभी भी भारत ही नहीं दुनिया के युवाओं के लिए प्रासंगिक है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से इसे पूरी दुनिया में मान्यता मिली है और हर साल 21 जून को योग दिवस दुनिया मे मनाया जाता है। इस दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि विभिन्न प्रकार के तनावों से बचने के लिए योग फायदेमंद साबित होगा। कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ।