मध्य प्रदेश के वनवासी बच्चों ने किया राजभवन भ्रमण

- पहली बार अपने क्षेत्र से निकलकर उत्तर प्रदेश आए बच्चे
लखनऊ। केन्द्र सरकार की “एक भारत श्रेष्ठ भारत” योजना के तहत सांस्कृतिक आदान-प्रदान के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के जनजाति समाज के बच्चे उत्तर प्रदेश भ्रमण पर आये हैं। मध्य प्रदेश के जनजाति बाहुल्य जनपद बालाघाट से आये 42 बच्चों ने सोमवार को राजभवन का भ्रमण किया। राजभवन में वनवासी एवं जनजाति के बच्चों ने पंचतंत्र वाटिका सहित विविध उद्यानों और परिसरों का भ्रमण किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल ने प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग के सौजन्य से बच्चों को गिफ्ट हैंपर भेंट किए। अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता व प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश मेश्राम के नेतृत्व में राजभवन, लखनऊ में भ्रमण पर आये मध्य प्रदेश के दक्षिणवर्ती गहन वनक्षेत्र निवासी वनवासी बच्चों से मिलें।
महेश गुप्ता ने दुर्गम क्षेत्रों से पहली बार भ्रमण पर निकले इन बच्चों को सुखद भविष्य की शुभकामना दी। उन्होंने कहा भ्रमण करना और गतिविधियों में शामिल होना किसी भी समूह को विकसित होने में सहायता करता है। उन्होंने भ्रमण पर आये बच्चों को प्रवास की गतिविधियों में सहभागी होने के लिए उत्साहवर्धन किया और निर्देश दिया कि बच्चों को राजभवन के समस्त परिसरों का भ्रमण कराया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश मेश्राम ने जानकारी दी कि इन बच्चों ने कल 12 जून, 2022 को भारतेन्दु अकादमी में 1857 के शहीद आदिवासी राजा शंकरशाह और उनके पुत्र की वीर गति पर आधारित नाटक “वीर विप्लवी” का प्रस्तुतीकरण किया। यह नाटक आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जनजाति समुदाय के प्रबुद्ध तथागत फांउडेशन से जुड़े 32 बच्चों ने प्रस्तुत किया।
इसी क्रम में बताया कि भ्रमण पर इन 32 बच्चों के साथ 10 बच्चे अति दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले वैंगा वनजाति के भी आये हैं, जो पहली बार अपने क्षेत्र से बाहर की दुनिया के सम्पर्क में आये हैं। उन्होंने जानकारी दी कि लखनऊ में राजभवन भ्रमण के उपरान्त ये बच्चे गोरखपुर में शहीद राम प्रसाद बिस्मिल के फाँसीे स्थल गोरखपुर जेल को भी देखने जाएंगे।