बस टिकटिंग परियोजना के डाटाबेस हैक की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज
- 05 जनवरी की गो-लाइव तिथि अनुसार अनुमन्य भुगतानों को रोकने का लिया गया निर्णयः दयाशंकर सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बस टिकटिंग परियोजना के डाटाबेस को अज्ञात हैकर्स द्वारा हैक किये जाने पर 26 अप्रैल को प्रथम सूचना रिपोर्ट साइबर थाना गोमती नगर, लखनऊ में दर्ज करायी गयी है। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रानिक टिकटिंग प्रणाली को पुर्नस्थापित किये जाने की दिशा में नये सर्वर स्थापित कर टेस्टिंग कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है। पुनः इलेक्ट्रानिक टिकटिंग प्रणाली का थर्ड पार्टी कॉम्प्रेहेन्सिव सिक्योरिटी आडिट के सफलतापूर्वक परीक्षणोपरान्त आगामी 3-4 दिवसों में इलेक्ट्रानिक टिकटिंग प्रणाली पूर्व की भांति पुनः संचालित करा दी जायेगी।
श्री सिंह ने बताया कि विगत 02 दिवसों से समस्त बसों का संचालन मैनुअल टिकट के माध्यम से कराते हुए यात्रियों को बिना किसी व्यवधान के बसों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी है तथा क्षेत्रीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए राउण्ड दी क्लॉक मानीटरिंग किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। मैनुअल टिकटिंग व्यवस्था से प्रतिदिन के संचालन प्रतिफल एवं राजस्व संग्रह पूर्व की भांति ही प्राप्त हो रहे हैं।
सेवा प्रदाता संस्था मै. ओरियन प्रो. को टिकटिंग परियोजना के अन्तर्गत अभी तक निगम की ओर से कोई भुगतान नहीं किया गया है तथा टिकटिंग प्रणाली में उत्पन्न हुए सिक्योरिटी ब्रीच की वजह से सेवा प्रदाता को 05 जनवरी 2023 की गो-लाइव तिथि अनुसार अनुमन्य भुगतानों को रोकें जाने का निर्णय लिया गया है। श्री सिंह ने बताया कि सेवा प्रदाता के समस्त साफ्टवेयर अप्लीकेशन्स, वेब पोर्टल्स इत्यादि की साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के माध्यम से सम्पूर्ण सिक्योरिटी टेस्टिंग का कार्य गतिशील है, जिसके पूर्ण होते ही निगम के समस्त क्षेत्रों में फिर से ऑनलाइन प्रणाली लागू करा दी जायेगी।