पचास वर्ष पूर्व बाबा बिरसा मुंडा ने एक हिस्से को आजाद करा लिया था : नागेंद्र सिंह पटेल
- अपना दल-एस ने बिरसा मुंडा को शहादत दिवस पर किया याद
लखनऊ। “आदिवासी समाज को अंग्रेजी हुकूमत, जमींदार व ठेकेदारों के शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए बाबा बिरसा मुंडा ने क्रांति का आह्वान किया। उन्होंने प्रशिक्षित दल का गठन कर आजादी से 50 साल पहले ही झारखंड के एक हिस्से को आजाद करा लिया था।” यह बातें बाबा बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर अपना दल एस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सांसद एवं अपना दल एस के राष्ट्रीय महासचिव नागेंद्र सिंह पटेल ने कही।
उन्होंने कहा कि आजादी से 50 साल पहले ही बाबा बिरसा मुंडा ने ब्रिटानिया हुकूमत की ईंट से ईंट बजा दी थी। आज सम्पूर्ण देशवासी बाबा बिरसा मुंडा के बलिदान का कृतज्ञ है। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओपी कटियार ने कहा कि बाबा बिरसा मुंडा एक महान क्रांतिकारी के अलावा सामाजिक योद्धा भी थे। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ शस्त्र उठाने से पहले बाबा बिरसा मुंडा ने सामाजिक योद्धा के तौर पर झारखंड में आदिवासी समाज को सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति दिलाने का अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि आज भी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ निरंतर आवाज उठाने की जरूरत है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरबी सिंह ने कहा कि बाबा बिरसा मुंडा ने जीवों की बलि, मदिरा व मांस सेवन जैसी सामाजिक कुरीतियों पर करारा हमला किया। उन्होंने झारखंड के चालकद शहर में सूखा, हैजा और शीतला महामारी के दौरान बढ़-चढ़ कर जनता की सेवा की और इस महामारी से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। मात्र 25 साल की उम्र में 9 जून 1900 में बाबा बिरसा मुंडा शहीद हो गए थे। इस अवसर पर निवर्तमान दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रेखा वर्मा, राष्ट्रीय सचिव मुन्नर प्रजापति, केके पटेल, विनोद गंगवार, जेएन कटियार, महिला मंच की प्रदेश सचिव शिखा सिंह, युवा मंच के प्रदेश महासचिव संजीव सिंह राठौर, डॉ.एचबी सिंह, जितेंद्र पटेल, सुनील सोनकर इत्यादि लोग उपस्थित थे।
अपना दल एस ने पूरे प्रदेश में बाबा बिरसा मुंडा को याद किया
अपना दल एस ने पूरे प्रदेश में बाबा बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर महान योद्धा को याद किया और उनकी वीर गाथा से प्रदेशवासियों को अवगत कराया। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रभारी बनाकर भेजा गया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ.जमुना प्रसाद सरोज को विधानसभा दुद्धी, सोनभद्र, बीडी गौड़ को छानबे, मीरजापुर, नागेश्वर गौड़ को मानिकपुर, चित्रकूट, दिनेश बियार को कोरांव प्रयागराज, ज्ञानचंद्र कन्नौजिया को नौगढ़, चंदौली, अवनीश गौतम को पलिया, लखमीपुर खीरी, राम बहादुर पासी को भिनगा, श्रावस्ती सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जाकर शहादत दिवस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।