ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 377वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना

- ऋषि का सद्ज्ञान नैतिक शिक्षा प्रदान करता है: उमानंद शर्मा
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत “त्रिरूपति कालेज ऑफ इंजीनियरिंग, मोहनलालगंज लखनऊ” के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 377वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ के सक्रीय कार्यकर्ती श्रीमती मुन्नी देवी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में तथा उमानंद शर्मा ने छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा ऋषि का सद्ज्ञान नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। इस अवसर पर पी.डब्लू.डी. के पूर्व ई.एन.सी. वी.के. श्रीवास्तव, संस्था के चेयरमैन डॉ. प्रभात त्रिरूपति, निदेशक आशुतोष शर्मा, सहायक निदेशक मोनिका शर्मा, डिप्लोमा इन इंजीनियर्स विभाग के प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष कुमार यादव ने भी अपने विचार रखे तथा उपप्रधानाचार्य ईश्वर चन्द्र यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर उमानंद शर्मा, वी.के. श्रीवास्तव, श्रीमती मुन्नी देवी, संस्था के चेयरमैन डॉ. प्रभात त्रिरूपति, निदेशक आशुतोष शर्मा, सहायक निदेशक मोनिका शर्मा, प्रधानाचार्य, आशुतोष सिंह यादव, उप-प्रधानाचार्य ईश्वर चन्द्र यादव सहित छात्र-छात्रायें, संकाय सदस्य मौजूद थे।