अयोध्याउत्तर प्रदेश

अयोध्या : चुनावी समर के लिए ताल ठोंकने लगे दावेदार, चस्पा होने लगे बैनर-पोस्टर

अयोध्या। निकाय चुनाव को लेकर सियासी गर्मी भी तेजी से बढ़ रही है। आरक्षण लागू होने के बाद सभी निकाय क्षेत्रों में नए समीकरण गढ़े जाने लगे हैं। भाजपा और सपा में जहां दावेदारों की फौज दिखाई देने लगी है वहीं बसपा व कांग्रेस साइलेंट मोड पर है। खासकर नगर निगम महापौर पद के लिए भाजपा-सपा में टिकट का घमासान तय दिख रहा है।

नगर निगम अयोध्या में महापौर पद के लिए भाजपा से प्रबल दावेदार माने जा रहे निवर्तमान महापौर ऋषिकेश उपाध्याय के अलावा शरद पाठक बाबा अपनी पत्नी के लिए जुटे हैं। वहीं गिरीशपति त्रिपाठी, जितेन्द्र दूबे उर्फ मिंटू प्रधान, राजूदास, ममता पांडेय, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ताल ठोंक रहे हैं। समाजवादी पार्टी से पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय के पुत्र आशीष पांडेय दीपू, मनोज जायसवाल, मोहम्मद हलीम पप्पू , श्यामकृष्ण श्रीवास्तव, बलराम मौर्या के नाम फिलहाल खासी चर्चा में हैं। इनमें से मनोज जायसवाल, मोहम्मद हलीम पप्पू ने आवेदन भी कर दिया है।

वहीं दोनों दलों में पार्षद पद के लिए भी लाइन लगी है। साठ वार्डों वाले नगर निगम में सपा में ही पार्षद पद के लिए एक – एक वार्ड से तीन से चार आवेदन आ रहे हैं। भाजपा में अधिक मारामारी है। हालांकि दूसरी ओर कांग्रेस और बसपा में अभी कोई हलचल नहीं दिख रही है। आम आदमी पार्टी पहले ही दावा कर चुकी है वह सभी निकायों में मजबूती से लड़ेगी।

रुदौली नगर पालिका


यहां तो होनी है कांटों की टक्कर 

रुदौली नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पहले अनारक्षित सीट घोषित थी। तब भाजपा से आशीष वैश्य, शेखर गुप्ता, हिमांशु गर्ग सहित नए चेहरों की प्रमुख दावेदारी थी। वहीं सपा से पूर्व विधायक रुश्दी मियां के करीबी हयात मसूद गजाली व वर्तमान चेयरमैन जब्बार अली ने अपनी दावेदारी पेश की थी। अब नया आरक्षण पिछड़ा वर्ग घोषित होने से पुराने चेहरे दावेदारी कर टिकट की जुगत में लगे हैं। जिला पंचायत सदस्य राम नेवल लोधी, विजय गुप्ता व भाजपा नेता अशोक कसौंधन टिकट की रेस में हैं। सपा से जब्बार अली सहित कुछ नए चेहरे अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं।

मां कामख्या नगर पंचायत 


राजनीतिक पाटियों के संपर्क में दावेदार

नवगठित नगर पंचायत मां कामाख्या की बात करें तो यह ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र है। नगर पंचायत का गठन होते ही चेयरमैन पद के लिए कई ब्राह्मण चेहरे सामने आए थे, लेकिन आरक्षण में पिछड़ा वर्ग सीट घोषित होने पर सभी को मायूस होना पड़ा। सीट के अनारक्षित होते ही सैदपुर प्रधान दिनेश पांडे व तेज तिवारी की प्रमुख दावेदारी मानी जा रही है। साथ ही प्रवेश पांडे, अजय शुक्ल, शीतला प्रसाद शुक्ल, शेर बहादुर, बाबा आनंद गिरी आदि लोग अपनी दावेदारी कर राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में लगे हुए हैं। सपा से अभी तक अनीत शुक्ल की ही प्रमुख दावेदारी मानी जा रही है।

भरतकुंड भदरसा नगर पंचायत


कांग्रेस और बसपा उम्मीदवार जुटे 

दोबारा आरक्षण की स्थिति स्पष्ट हो जाने के यहां चेयरमैन के संभावित प्रत्याशियों ने दौड़ भाग तेज कर दी है। विगत चुनाव में भदरसा नगर पंचायत पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित थी, जिसमें रेहाना बानो विजई हुई थीं। इस बार नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पिछड़ा वर्ग आरक्षण हुआ है। भाजपा से अध्यक्ष पद के लिए रामसेवक दास, संतोष सोनी उर्फ गुड्डू , संदीप गुप्ता, भगवती प्रसाद गुप्ता दयालु, रामजन्म निषाद, मनोज गुप्ता टिकट के लिए जुगाड़ लगाने में जुटे हैं। सपा से निवर्तमान चेयरमैन रेहाना बेगम के पुत्र मोहम्मद राशिद का टिकट लगभग पक्का माना जा रहा है। कांग्रेस से प्रकाश निषाद व बसपा से अब्दुल वफा राजा भैया चुनाव प्रचार में जुटे हैं।

सुचित्तागंज खिरौनी नगर पंचायत


यहां बिगड़ सकता है गुणा-गणित

चेयरमैन पद अनुसूचित जाति महिला आरक्षित होने से नवसृजित सुचित्तागंज खिरौनी नगर पंचायत की पहली चेयरमैन दलित महिला होगी। करीब 21,962 मतदाताओं वाली इस नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं। वार्ड से सभासदी लड़ने की तैयारी में बैठे भकियू नेता फरीद अहमद कहते हैं लगभग हजार मतदाताओं का नाम कई वार्डो में दर्ज है। सुधार न हुआ तो गुणा गणित भी बिगड़ जाएगी। उप जिला अधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कुछ शिकायतें आई हैं उनका निस्तारण कराया जा रहा है।

बीकापुर नगर पंचायत 


दावा और आवेदन जोरों पर 

नगर पंचायत बीकापुर में वर्ष 2017 में भी सीट अनारक्षित हुई थी, लेकिन सफलता पिछड़े जाति के उम्मीदवार को मिली थी। नगर पंचायत के कुछ वार्ड की सीट आरक्षित हो जाने से चुनाव की तैयारी में लगे कई दिग्गजों को निराशा मिली है। नगर पंचायत के गठन के बाद अभी तक अध्यक्ष पद के लिए हुए सभी 6 चुनाव में पिछड़े जाति के उम्मीदवार को ही सफलता मिली है। तीन बार महिला उम्मीदवारों को तीन बार पुरुष उम्मीदवारों को अध्यक्ष पद पर चुनाव में जीत मिली है। भाजपा सपा सहित प्रमुख राजनीतिक दलों से कई कई उम्मीदवारों द्वारा अध्यक्ष पद के लिए दावा और आवेदन किया जा रहा है।

खबरी अड्डा

Khabri Adda Media Group has been known for its unbiased, fearless and responsible Hindi journalism since 2019. The proud journey since 3 years has been full of challenges, success, milestones, and love of readers. Above all, we are honored to be the voice of society from several years. Because of our firm belief in integrity and honesty, along with people oriented journalism, it has been possible to serve news & views almost every day since 2019.

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button