कांग्रेस की ‘किसान-मजदूर सम्मान एवं न्याय यात्रा 18 जनवरी से
लखनऊ। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय की अध्यक्षता में आगामी 18 जनवरी 2025 से निकाली जाने वाली ‘‘किसान मजदूर सम्मान एवं न्याय यात्रा’’ से सम्बन्धित तैयारी बैठक संपन्न हुई। बैठक में अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रभारी संगठन अखिलेश शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस के निवर्तमान उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह, पूर्व राज्यमंत्री ओमवीर तोमर, किसान कांग्रेस मध्यजोन के अध्यक्ष जगदीश सिंह, बुंदेलखंड जोन के अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार मुख्य रूप से मौजूद रहे। बैठक का संचालन किसान कांग्रेस के नेशनल कोऑर्डिनेटर प्रबल प्रताप शाही जी ने किया।
‘‘किसान मजदूर सम्मान एवं न्याय यात्रा’’ को उत्तर प्रदेश में सुनियोजित एवं अनुशासित ढंग से संपन्न करने के हेतु अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटरों को मण्डल स्तर पर समन्वयक, राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित देश के अन्य प्रांतों से किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों को जिले स्तर पर समन्वयक बनाया गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश से किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों को जनपद स्तर पर संयोजक बनाकर यात्रा के सफल संचालन का उत्तरदायित्व सौंपा गया है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि आज वर्तमान की केन्द्र सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार दोगुनी गति से किसानों, मजदूरों, मेहनतकशों, महिला किसान-मजदूर एवं कारीगरों का दमन शासन व प्रशासन के रूप में भिन्न-भिन्न तरीकों से कर रहा है। किसान आंदोलन के समय केन्द्र सरकार ने देश के सभी किसानों को एम.एस.पी की कानूनी गारंटी का वादा किया था आज उस पर सरकार मौन है। आखिर किसानों के साथ यह खुली ठगी क्यों की? उसी किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को आज तक मुआवजा नहीं मिला बल्कि प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक रूप से ‘‘खालिस्तानी’’ एवं ’’आंदोलनजीवी’’ कहकर उनकी शहादत का अपमान किया।
किसान कांग्रेस इस ‘‘किसान मजदूर सम्मान एवं न्याय यात्रा’’ के जरिए प्रमुख रूप से – एम.एस.पी की कानूनी गारंटी, लागत बोर्ड का गठन, किसानों की कर्ज़ माफी, सीलिंग से बची भूमि का न्याय पूर्ण वितरण, खाद-बीज एवं उर्वरकों की सब्सिडी, सिंचाई हेतु बिजली की आपूर्ति, आवारा पशुओं से फसल को बचाने के लिए सरकारी इंतजाम एवं किसानी से जुड़े क्षेत्रीय मुद्दों को उठाते हुए जनता को जागरूक करने एवं एकजुट करके किसान एवं मजदूरों के हक़ दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अलग-अलग तिथियों में निकाली जाएगी।