यूपी में कांग्रेस की जय भारत सत्याग्रह के बहाने कार्यकर्ताओं में जोश भरने की तैयारी

- हर चुनाव में पिछड़ती जा रही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास जोश की हो गयी है कमी
लखनऊ। उप्र में राजनीतिक रूप से अंतिम सांस ले रही कांग्रेस अब ‘जय भारत सत्याग्रह’ के बहाने कार्यकर्ताओं में जोश भरकर लोकसभा चुनाव की तैयारी करने जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव से पूर्व लखीमपुर-खीरी में हादसे में किसानों की हुई मौत के मामले में सर्वाधिक सक्रिय रह चुकी कांग्रेस को इससे कितना फायदा होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन कांग्रेस अब तक के सबसे बड़ी सभा करने की तैयारी में जुट गयी है।
कांग्रेस ने 2019 में भी यूपी में पूरा जोर लगा दिया था। चुनाव से पूर्व ही कांग्रेस के दिग्गज यूपी में सक्रिय हो गये थे। इसके बावजूद 2019 लोकसभा चुनाव में वोट शेयर में एक प्रतिशत की कमी आ गयी थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यूपी में 6061236 वोट के साथ 7.5 प्रतिशत वोट शेयर थे। वहीं 2019 में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली और वोट शेयर भी 6.3 प्रतिशत रह गया।
इसके बाद 2022 का विधानसभा चुनाव आया, जिसमें कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में यूपी का चुनाव लड़ा। चुनाव से पूर्व किसानों का आंदोलन जोर पकड़ रहा था। इसी बीच लखीमपुर खीरी में एक हादसे में कई किसानों की मौत हो गयी। उसमें पूरी कांग्रेस के साथ ही प्रियंका ने मोर्चा संभाला। विपक्ष में सबसे ज्यादा सक्रिय कांग्रेस रही, इसके बावजूद कांग्रेस 2017 के सात सीटों से घटकर 2022 में 2 सीटों पर रह गयी। दस से ज्यादा सीटें ऐसी रहीं, जहां पर कांग्रेस प्रत्याशियों से ज्यादा मत नोटा को मिला था।
उप्र में कांग्रेस के घटते जनाधार से कार्यकर्ताओं में भी निराशा बढ़ती जा रही है। इस निराशा को दूर करने के लिए कांग्रेस जय भारत सत्याग्रह चलाकर जोश भरने की तैयारी कर रही है। इसमें एक लाख कार्यकर्ताओं को बुलाने का लक्ष्य लेकर कांग्रेस पार्टी तैयारी में जुटी है। हालांकि अभी तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन अप्रैल माह में ही इसके होने के आसार हैं। इसमें कांग्रेस मल्लिकार्जुन खरगे सहित सभी कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।