छह माह बाद हमीरपुर में युवती और आशा कार्यकर्ता में कोरोना की पुष्टि
- – कोरोना प्रभावित मरीजों के घर पहुंची आरआरटी टीमें
- – मरीजों के संपर्क में आने वालों के सैंपल लेकर जांच को भेजे
हमीरपुर। छह माह के अंतराल के बाद जनपद में दो महिलाओं में कोरोना की पुष्टि के बाद सक्रिय हुई स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पॉन्स टीमों ने दोनों ही प्रभावित मरीजों से संपर्क करके कांट्रेक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। इसके साथ ही लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिला अस्पताल की लैब में हुई जांच में खालेपुरा मोहल्ले की 20 वर्षीय युवती और कुरारा ब्लाक के एक गांव की आशा कार्यकर्ता में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इनमें से 20 वर्षीय युवती अभी फरवरी माह में बांदा जनपद से ब्याह कर अपनी ससुराल खालेपुरा आई है। युवती के कोरोना का कोई भी टीका नहीं लगा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामअवतार सिंह ने बताया कि जनपद में 13 अक्टूबर 2022 के बाद से कोई भी कोरोना संक्रमित केस नहीं मिला था। कल जिला अस्पताल की लैब में हुई जांच में इन दोनों महिलाओं में कोरोना की पुष्टि हुई है। फिलहाल दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने की अपील की। उन्होंने बताया कि टीका लगवा चुके लोगों में कोरोना की गंभीरता कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि लोग बार-बार हाथों को धोएं। साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि जब से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई है तब से अप्रैल माह में इसका प्रसार ज्यादा होता है।
कोविड सर्विलांस अधिकारी डॉ.अनूप निगम ने बताया कि दोनों संक्रमित मरीजों के घर पर बुधवार को रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) को भेजा गया है। कुरारा में डॉ.मनीष स्वर्णकार और डॉअनुराग मिश्रा की अगुवाई में पैरा मेडिकल टीम ने आशा कार्यकर्ता के घर जाकर स्थिति का जायजा लिया। मरीज की स्थिति ठीक है। यहां 38 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। मुख्यालय के खालेपुरा में डॉ.प्रेरणा गुप्ता के साथ आरआरटी टीम ने कोरोना संक्रमित युवती के परिजनों से संपर्क करके सैंपल लिए हैं।