चैती महोत्सव में दिखे कथक के रंग
- चैती महोत्सव-2023 की छठी संध्या
लखनऊ। लखनपुरी के ऐशबाग स्थित श्री रामलीला परिसर में चल रहे भारतीय नववर्ष मेला एवं चैती महोत्सव-2023 की छठी संध्या में संस्कार लोक नृत्य और कथक की प्रस्तुतियां हुई। प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना डॉ आकांक्षा श्रीवास्तव के नृत्य निर्देशन में पदमजा कला संस्थान के कलाकार अंशिका कटारिया, शैली मौर्या, अरोहिनी चौधरी, प्रीति तिवारी, सौम्या अवस्थी, श्रद्धा श्रीवास्तव, प्रखर मिश्रा, विकास अवस्थी, अंश रावत और आदित्य गुप्ता ने पहले शिव जी की वंदना की। उसके उपरान्त कथक के पारम्परिक स्वरूपों को प्रस्तुत कर दर्शकों की तालियां बटोरी। इसके बाद ठुमरी ’मैं राधा तेरी मेरा श्याम तू’ पर भावपूर्ण अभिनय युक्त नृत्य प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया।
डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव,कथक नृत्य की प्रतिष्ठित नृत्यांगना एवं गुरु है। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर अनेक प्रस्तुतियां देकर कथक ने नये आयाम स्थापित किए है, नृत्यागंना ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी. जे. अब्दुल कलाम के कार्यकाल में राष्ट्रपति भवन मे सम्मान प्राप्त किया है। कथक नृत्यांगना आकांक्षा ने आइसीसीआर की ओर से तजाकिस्तान में रहकर वहां पर नृत्य की सीख दी। वर्तमान में वह देश-विदेश के 150 से अधिक बच्चों को सीखा रही है।
इसके अलावा सरिता सिंह के नृत्य निर्देशन में जानवी गुप्ता, मयंक, आकांक्षा, विशेष और आम्या ने गणेश वंदना ’श्री गणेशाय देवा पर भाव नृत्य से किया। विघ्न विनाशक गणेश जी के चरणों में समर्पित इस प्रस्तुति के उपरान्त उड़ान नृत्य एकेडमी के कलाकारों अदिती गौतम, सृष्टि राज, अक्की और आर्या ने अवध में राम आयें हैं गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को प्रभु श्री राम की भक्ति का रसापान कराया।
स्वरा त्रिपाठी, अदिती गौतम, निशा, अधिरा यादव सहित अन्य नृत्यांगनाओं ने जहां जहां राधे वहां जायेंगे बिहारी पर होली नृत्य की मनोरम छटा बिखेरी। इसी क्रम में शौर्य सिंह, ईशान श्रीवास्तव, मयंक और विशेष कुमार ने भगवा रंग है भारत का पर नृत्य कर देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया।संगीत से सजे कार्यक्रम के अगले प्रसून में कथक नृत्य माला की सुखद प्रस्तुति हुई।
मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरान्त अंकिता बाजपेयी के नृत्य निर्देशन में नृत्य मंथन स्कूल ऑफ डांस के कलाकारों प्रनिका ओझा, अनवेशा पवार, साक्षी, काश्वी केसरवानी, शान्वी त्रिपाठी और हिमानी पांडे ने देवी गीत, कृष्ण भजन व राम भजन पर उत्कृष्ट नृत्य प्रस्तुतियां दी। भास्कर बोस के निर्देशन में नाटक नेता जी सुभाष चंद्र बोस का मंचन किया गया। सशक्त कथानक से परिपूर्ण नाटक मार्कंडेय महादेव में भाग लेने वाले कलाकारों में शंकर पाल, सैमुल, संजीत मंडल, प्रिंस, अपर्णा, प्रिया पांडेय थी।