जेई व एईएस जैसी बीमारी से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चले: मुख्य सचिव
- मुख्य सचिव ने मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों संग की वीडिया कान्फ्रेंसिंग
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बुधवार को प्रदेश में जेई (जैपेनीज़ इन्सेफेलाइटिस) व एईएस (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिन्ड्रोम) की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा की। बैठक में पांच मण्डलों-गोरखपुर, बस्ती, लखनऊ, अयोध्या एवं देवीपाटन के मण्डालायुक्तों एवं जिलाधिकारी शामिल हुए।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि जेई व एईएस वेक्टर जनित रोग हैं। बारिश के मौसम में वेक्टर जनित बीमारियों का खतरा सबसे अधिक होता है। इसलिये इनकी रोकथाम के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाये। शुद्ध पेयजल एवं ड्रेनेज की व्यवस्था हो। कालाजार, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि संचारी रोगों के सम्बन्ध में नियंत्रण एवं बचाव के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जाये।
लोगों के मध्य रोगों के प्रति जनजागरूकता अभियान के लिए संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया गया है। इससे जेई एवं एईएस से होने वाली मृत्यु दर में कमी आयी है। आंगनबाड़ी तथा आशा वर्करों की मदद से बच्चों एवं महिलाओं को इन रोगों के सम्बन्ध में जागरूक किया जाये।
उन्होंने कहा कि जेई व एईएस की स्थिति से निपटने के लिये प्रभावित जिलों में विकास खण्ड स्तर पर इन्सेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटरों (ईटीसी) की स्थापना की गई है। ताकि जनसामान्य को अपने निवास के पास ही समुचित उपचार मिल सके। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये। उन्होंने सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को अपने भ्रमण के समय इन ईटीसी का भी निरीक्षण कर जेई व एईएस के प्रबन्धन का आंकलन करने के भी निर्देश दिए।