मुख्यमंत्री योगी की जनता से अपील, रविवार को जरूर सुनें प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’

- प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात का 100वां एपिसोड रविवार को होगा प्रसारित
- मुख्यमंत्री योगी कर्नाटक में सुनेंगे प्रधानमंत्री के मन की बात
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता से अपील की है कि रविवार को दिन में 11 बजे प्रसारित होने जा रहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सभी लोग अवश्य सुनें। योगी ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बारे में सूचना देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात जन-गण के मन तक पहुंचती है।
योगी ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्कृति को समृद्ध करते, सभी को प्रेरणा प्रदान करते और आमजन के मन को एकात्मता के भाव से जोड़ते इस कार्यक्रम में ‘मन की बात’ की बात होती है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से अनेक नवाचारों, विभिन्न सामाजिक सरोकारों एवं विविध मुहिमों को सशक्त मंच प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि कल सभी लोग प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को अवश्य सुनें और भारत के मन से जुड़ें।
वैसे मुख्यमंत्री योगी स्वयं रविवार को कर्नाटक के चुनावी दौरे पर होंगे। वह वहां कोप्पल जिले की गंगावती विधानसभा में पब्लिक मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुनेंगे। वहीं दूसरी तरफ उप्र के राजभवन में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें संस्करण का प्रसारण होगा। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अन्नपूर्णा हॉल में ‘मन की बात और आजादी का अमृत महोत्सव’ पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगी।
प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ को सुनने के लिए रविवार को उप्र के गांवों में लगेगी चौपाल
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को यहां बताया कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनने के लिए रविवार को प्रदेश के गांवों में भी चौपाल लगेंगे। केशव मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100 एपिसोड इस माह पूरे हो रहे हैं। ऐसे में इस गैर राजनैतिक जनवार्तालाप कार्यक्रम की शतकीय पारी को ऐतिहासिक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश, ग्राम्य विकास विभाग प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतो में ग्रामीणों को ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने के लिये चौपाल का आयोजन किया जा रहा है
उप मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने प्रदेश के सभी मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक ग्राम पंचायत के सार्वजनिक स्थल पर या जिन गांवों में अमृत सरोवर बन गए हैं, सरोवर के निकट चौपाल का आयोजन किया जाए। आमजन के अलावा इस चौपाल में स्कूली बच्चे, सरकारी कर्मचारी एवं गांव के बुजुर्ग लोगों का विशेष ध्यान रखा जाये एवं कार्यक्रम स्थल छायादार एवं सुविधाजनक हो।
ग्राम्य विकास आयुक्त के निर्देश में यह भी कहा गया है कि नगर निकाय चुनाव के आदर्श आचार संहिता का भी इस दौरान पूरी तरह से अनुपालन किया जाये। मन की बात सुनने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम (चौपालों) में स्वयं सहायता समूह की महिलायें, मनरेगा मजदूरों और लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जायेगा। साथ ही हर ग्राम पंचायत के आयोजन की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराने का निर्देश दिया गया है। हालांकि जिन अधिकारियों की चुनाव कार्य में ड्यूटी लगी हुई है, उन्हें इस कार्यक्रम से मुक्त रखा गया है।