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सातवें और आखिरी चरण का प्रचार थम गया, 7 मार्च को 54 सीटों पर होंगे मतदान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों के लिये चुनाव प्रचार शनिवार को थम गया। इस चरण के मतदान वाले आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही एवं सोनभद्र जिले के 54 विधानसभा क्षेत्रों में 07 मार्च को सुबह 07:00 बजे से मतदान होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य में सातवें चरण के निर्वाचन के लिये तीन विधानसभा क्षेत्रों चकिया (सु), राबर्ट्सगंज और दुद्धी (सु) के लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम चार बजे थम गया जबकि शेष 51 सीटों पर शाम छह बजे प्रचार अभियान बंद हुआ। चुनाव आयोग ने सुरक्षा की दृष्टि से इन तीन विधानसभा क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया है।

पूर्व निर्धारित चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक तीन सीटों चकिया (सु), राबर्ट्सगंज और दुद्धी (सु) सीट पर शाम चार बजे तक मतदान होगा। शेष 51 सीटों पर शाम छह बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। अंतिम चरण के मतदान में 2.05 करोड़ मतदाता कुल 613 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में दर्ज करेंगे। इस चरण में 1.09 करोड़ पुरुष और 96.4 लाख महिला मतदाता हैं जबकि 1014 मतदाता थर्ड जेंडर श्रेणी में हैं। चुनाव सुधार प्रक्रिया पर नजर रखने वाली शोध संस्था एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार इस चरण के चुनाव मैदान में डटे उम्मीदवारों में से 170 (28 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। इनमें से 131 उम्मीदवारों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मुकदमे अदालत में चल रहे हैं।

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों ने सातवें चरण की 54 सीटों में से 36 पर जीत हासिल की थी, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने 11 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने छह सीटों पर जीत का सेहरा बांधा था। वर्ष 2017 में भाजपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) इस चुनाव में सपा गठबंधन का हिस्सा है। गाजीपुर और मऊ में खासा जनाधार रखने वाली सुभासपा की प्रतिष्ठा का इम्तिहान इसी चरण में होगा वहीं मिर्जापुर में भाजपा की सहयोगी अपना दल एस तो जौनपुर और आजमगढ़ में सपा को अपनी उम्मीदों में खरा उतरना होगा।

अंतिम चरण के चुनाव में योगी सरकार के जिन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है उनमें परिवहन मंत्री अनिल राजभर शिवपुर सीट से, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल वाराणसी उत्तर सीट से, पर्यटन मंत्री नीलकांत तिवारी वाराणसी दक्षिण सीट से और ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल मड़िहान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इनके अलावा इस चरण के चुनाव मैदान में डटे अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मंत्री दारासिंह चौहान शामिल हैं।

हाल ही में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए चौहान मऊ जिले की घोसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके अलावा भाजपा के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय की मौजूदा विधायक पत्नी अल्का राय गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट से चुनाव मैदान मेें हैं। सुभासपा के अरविंद राजभर शिवपुर सीट पर परिवहन मंत्री अनिल राजभर को चुनौती दे रहे हैं। पूर्व भाजपा सांसद कृष्ण प्रताप सिंह जौनपुर की मल्हनी सीट पर डटे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सपा के लकी यादव से है। लकी, पूर्व सपा सांसद पारस नाथ यादव के पुत्र हैं।

मऊ सीट पर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि जौनपुर जिले की शाहगंज सीट पर मौजूदा विधायक शैलेन्द्र यादव ललई को सपा ने बतौर उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय की ओर से बताया गया कि मतदान के लिये सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। अंतिम चरण के मतदान के लिये 12,196 मतदान केन्द्रोें पर 23,535 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। मतदान की प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिये चुनाव कर्मियों की पोलिंग पार्टियां रविवार की शाम तक अपने निर्धारित मतदान केन्द्रों पर पहुंच जायेंगी।

सातवें चरण में अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आज़मगढ़, निज़ामाबाद, फूलपुर-पवई, दीदारगंज, लालगंज (सु), मेहनगर (सु), मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद-गोहना (सु), मऊ, बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मल्हनी, मुंगरा बादशाहपुर, मछलीशहर (सु), मड़ियाहू, जफराबाद, केराकत (सु), जखनियां (सु), सैदपुर (सु), गाजीपुर, जंगीपुर, जहूराबाद, मोहम्मदाबाद, जमानिया, मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदराजा, चकिया (सु), पिण्ड्रा, अजगरा (सु), शिवपुर, रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, सेवापुरी, भदोही, ज्ञानपुर, औराई (सु), छानबे (सु), मिर्जापुर, मझवां, चुनार, मड़िहान, घोरावल, राबर्टसगंज, ओबरा (सु) एवं दुद्धी (सु) विधान सभा सीट शामिल हैं।

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